भोपाल ।  प्रत्याशी चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली स्क्रीनिंग कमेटी का कांग्रेस ने विस्तार कर दिया है। इसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी, अरुण यादव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने तीनों नेताओं को स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल किए जाने के आदेश जारी किए। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को कांग्रेस की कार्यसमिति का सदस्य बनाए जाने की संभावना थी, लेकिन उनके स्थान पर विंध्य क्षेत्र से आने वाले पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल को स्थान दिया गया। पिछड़ा वर्ग से आने वाले पटेल को चुनाव समिति, चुनाव अभियान समिति और स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य बनाकर महत्व दिया गया। इससे यह माना गया कि पटेल को कांग्रेस ओबीसी नेता के तौर पर आगे बढ़ा रही है। उल्लेखनीय है कि खंडवा और बुरहानपुर जिला व ग्रामीण इकाई के अध्यक्ष की नियुक्ति में भी उनकी पसंद को महत्व नहीं मिला था, जिससे यह माना गया था कि उनकी कमल नाथ से पटरी नहीं बैठ रही है। उधर, समिति में प्रदेश से ब्राह्मण नेता के तौर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी को शामिल किया है।

पार्टी उनके अनुभव का लाभ भी लेना चाहती है। अजय सिंह को स्क्रीनिंग कमेटी में लेकर संदेश दिया गया है कि विंध्य ब क्षेत्र में उनकी भूमिका वैसी ही रहेगी, जैसी अब तक रही है। दरअसल, कमलेश्वर पटेल को आगे बढ़ाने से कार्यकर्ताओं में यह संदेश जा रहा था कि अजय सिंह कमजोर हो रहे हैं, पर ऐसा नहीं है। उन्हें चुनाव से संबंधित सभी समितियों में रखकर यह संदेश दिया गया है कि वे पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं और सभी निर्णयों में उनकी राय ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को विंध्य क्षेत्र में सर्वाधिक नुकसान हुआ था। अजय सिंह स्वयं अपनी परंपरागत विधानसभा सीट चुरहट से चुनाव हार गए थे और विंध्य क्षेत्र में पार्टी को केवल सात सीटें ही मिली थीं।