भोपाल । विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तो प्रदेश की 39 सीटों पर प्रत्याशियों की पहली सूची का ऐलान कर दिया है, लेकिन कांग्रेस फिलहाल इस मामले में पिछड़ रही है। दो दिन से दिल्ली में चल रही कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के बैठक में भी कांग्रेस प्रत्याशियों के नामों पर कोई फैसला नहीं हो सका है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने प्रदेश की हारी 64 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की सूची फायनल कर लिया है। लेकिन इन सीटों पर कई-कई दावेदार सामने आनेे से फिलहाल पार्टी प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने से डर रही है। माना जा रहा है कि अब कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची का अगले महीने अक्टूबर में ही ऐलान करेगी। हालांकि कांग्रेस का दावा है कि उसकी 100 प्रत्याशियों की लगभग फायनल है। बस प्रत्याशियों के नामों का ऐलान होना भर बाकी है। हम बता दें कि अभी कांग्रेस मध्यप्रदेश विधानसभा की 96 सीटों पर काबिज है। हालांकि एक विधायक सचिन बिरला के भाजपा में जाने से वर्तमान में कांग्रेस के पास 95 विधायक ही बचे हैं।
हमारे ईएमएस के दिल्ली संवाददाता के अनुसार कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, मप्र प्रदेश सदस्य अजय कुमार लल्लू, पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, अजय सिंह राहुल और कमलेश्वर पटेल की मौजूदगी में दो दिन चली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में फिलहाल प्रत्याशियों के नामों को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है। बैठक में प्रदेश की हारी हुई 64 सीटों और वर्तमान विधायकों की 95 सीटों पर मंथन हुआ। कांग्रेस नेताओं ने एक-एक सीट पर जीत की संभावनाओं के साथ जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों पर चर्चा की। लेकिन प्रत्याशियों के नामों पर स्क्रीनिंग कमेटी में सामूहिक सहमति नहीं बन सकी।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अब मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की पहली सूची अगले महीने अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में आने की संभावना है। लेकिन इसके पहले स्क्रीनिंग कमेटी के नेताओं की एक दौर की बैठक और होगी। कह सकते हैं कि इसके बाद ही कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होगी।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने सर्वे के आधार पर प्रदेश की जिन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम फायनल किए हैं, उनमें से कुछ सीटों पर 5-5 और 6-6 दावेदार और कर रहे हैं। ऐसे में प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने पर पार्टी में विरोध की स्थिति बन सकती है। इसलिए भी पार्टी फिलहाल प्रत्याशियों की सूची जारी करने से बच रही है। इसके अलावा अगले महीने भोपाल में विपक्षी गठबंधन इंडिया की रैली भी होनी है। कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची अटकने का एक बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है।