दमोह ।  एक निजी कंपनी में नौकरी करने के लिए दमोह की एक युवती बेंगलुरु में लव जिहाद के चक्कर में ऐसी फंसी कि उसे नौकरी पैसा के साथ-साथ अपनी इज्जत से भी हाथ धोना पड़ा। इस दौरान जहां वह महीनों शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना सहती रही। वही बमुश्किल अपनी जान बचाकर वह दमोह वापिस आ पाई।

ऐसे हुई लव जिहाद का शिकार

प्राप्त जानकारी अनुसार दमोह की एक हिंदू लड़की जो कि बेंगलुरु में नौकरी करने गई थी, जहां पर वह लव जिहाद का शिकार हुई। युवती ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत एक निजी कंपनी में नौकरी करने के लिए बेंगलुरु गई थी। वहां पर नौकरी के दौरान सभी कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। तभी उसी कंपनी में कार्य करने वाले एक राजीव नाम के युवक से उसकी मुलाकात हुई। यह मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। राजीव के व्यवहार एवं उसके चाल-चलन से युवती को एक अच्छा व्यक्तित्व नजर आने पर वह उसके साथ जीवनसाथी के रूप में रहने की भी तैयारी कर रही थी, लेकिन एक दिन उसे अचानक यह पता चला कि उक्त युवक तो उसके साथ यह सब दिखावा कर रहा है और वह लव जिहाद की शिकार हो चुकी है। उसे जब जानकारी मिली कि असम के रहने वाले इस राजीव नाम के युवक का सही नाम उमर फारूक है और वह इसे धोखा दे रहा है।

मिलने लगी धमकियां और शारीरिक प्रताड़ना

लव जिहाद का शिकार होने के बाद उक्त युवती ने धीरे-धीरे जब लड़के से दूरी बनाना शुरू की तो उसे धमकियां और शारीरिक प्रताड़ना मिलने लगी। किसी तरह वह मौका पाकर बेंगलुरु से दमोह वापस आ गई तो दमोह आने के बाद भी उमर फारूक ने उसे मानसिक प्रताड़ित करना प्रारंभ कर दिया। युवती के द्वारा पुलिस को बताया कि उसके साथ लिए गए वीडियो और फोटो भी वह वायरल करने की धमकी दे रहा है। युवती का कहना है कि उसके द्वारा विश्वास जीत लेने के बाद उमर फारूक ने शादी करने का वादा करके उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए थे, जिसके उसके द्वारा चोरी से फोटो एवं वीडियो भी बना लिए थे। इस मामले में महिला पुलिस थाना में युवती द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है।

इनका कहना है

पीड़ित द्वारा इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें उसके द्वारा वीडियो एवं फोटो बना लेने की बात भी कही गई है। मामले में शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी। 

-सुषमा श्रीवास्तव, महिला थाना प्रभारी, दमोह