भोपाल । प्रदेश सरकार ने लाडली बहनों को रसोई गैस सिलेंडर 450 रुपये में उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मप्र में उज्जवला योजना के अंतर्गत पंजीकृत 82 लाख उपभोक्ता के अलावा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत लगभग 15 लाख महिलाएं (एलपीजी कनेक्शनधारी) भी इसकी पात्र होने का अनुमान है। इस तरह कुल 97 लाख लाड़ली बहनों को रसोई गैस योजना का लाभ मिलेगा। प्रदेश में एक करोड़ 97 लाख घरेलू रसोई गैस कनेक्शन हैं। इन्हें गैस एजेंसी को गैस सिलेंडर भरवाने पर पूरी राशि देनी होगी। केंद्र सरकार के अनुदान और राज्य द्वारा निर्धारित विक्रय दर 450 रुपये को कम करने के बाद जो राशि बचेगी, उसे हितग्राही के आधार से लिंक खाते में बतौर अनुदान अंतरित कर दी जाएगी। योजना के लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा, जिनके नाम से गैस कनेक्शन होगा। हितग्राहियों की पहचान का काम सभी आयल कंपनियां से प्राप्त डेटा के आधार पर शासन द्वारा स्वयं भी किया जाएगा। पंजीकृत हितग्राहियों की जानकारी 25 सितंबर से पोर्टल पर प्रदर्शित होगी। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि योजना पर वार्षिक 1,200 करोड़ रुपये का वित्तीय भार सरकार पर आ सकता है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के पोर्टल पर ऐसी बहनों का पंजीयन किया जाएगा, जिनके नाम पर कनेक्शन है। इसमें प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी भी हो सकती हैं।पंजीयन उन सभी केंद्रों पर होगा, जहां लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है।पंजीयन के लिए उपभोक्ता नंबर और कनेक्शन आइडी देनी होगी।मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की पंजीयन आइडी आयल कंपनियों द्वारा प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के उपभोक्ताओं के गैस कनेक्शन नंबर और उनके द्वारा माहवार भरवाए गए सिलेंडर की जानकारी खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग को उपलब्ध कराई जाएगी।इसके अनुसार अनुदान की गणना करके राशि का भुगतान कंपनी के बैंक खाते में कर दिया जाएगा और फिर कंपनी द्वारा हितग्राही के बैंक खाते में अनुदान की राशि का भुगतान किया जाएगा।चार जुलाई से 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर भरवाने वाले प्रधानमंत्री उज्जवला गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं को भी अनुदान की राशि इस प्रक्रिया से उपलब्ध कराई जाएगी।मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत घरेलू गैस कनेक्शनधारी बहनों की आइडी की जानकारी आयल कंपनी का विभाग उपलब्ध कराएगा। कंपनी इस डेटा का मिलान लाड़ली बहना के डेटा से करने के बाद अंतर की राशि का भुगतान किया जाएगा।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले यह घोषणा की थी कि सावन में जिन लाड़ली बहनों ने रसोई गैस सिलेंडर भरवाए हैं, उन्हें 450 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसे विस्तार देते हुए अब यह व्यवस्था कर दी गई है कि एक सितंबर से प्रधानमंत्री उज्जवला और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत वे महिलाएं, जिनके नाम से रसोई गैस कनेक्शन हैं, उन्हें 450 रुपये में रसोई गैस उपलब्ध कराई जाएगी। शेष अंतर की राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी। उज्जवला योजना में दो सौ रुपये का अनुदान केंद्र सरकार पहले से दे रही है। प्रतिमाह एक सिलेंडर पर ही अनुदान मिलेगा। इसके लिए उपभोक्ता को पहले आयल कंपनी द्वारा निर्धारित दर का भुगतान कर सिलेंडर भरवाना होगा। इसके बाद केंद्र सरकार के सभी अनुदान और स्वयं द्वारा निर्धारित फुटकर विक्रय दर (450 रुपये) को कम करके शेष अंतर की राशि आधार लिंक खाते में जमा की जाएगी।