भोपाल ।    वेतनमान विसंगति दूर करने, वेतनवृद्धि और पदवृद्धि जैसी मांगों को लेकर बीते तीन दिन से सामूहिक अवकाश पर रहने वाले पटवारियों ने शनिवार को आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया। प्रदेश के लगभग 19 हजार पटवारी अपनी मांगो को लेकर शनिवार सुबह 11 बजे को राजधानी भोपाल के अटल पथ पर एकजुट हुए। वह यहां से हाथों में तिरंगा लेकर यात्रा निकालते हुए मुख्यमंत्री निवास तरफ बढ़ रहे थे। जहां पहले से तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें बैरिकेड लगाकर रोक दिया है। उधर पटवारियों के सामूहिक अवकाश की वजह से कलेक्ट्रेट, एसडीएम और तहसील कार्यालयों में काम प्रभावित हो रहे हैं।

मध्यप्रदेश पटवारी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि मुख्यमंत्री निवास तक शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। हमारी मांगें पूरी नहीं होने पर प्रदेशभर के पटवारी 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने बताया कि हम चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। पहले चरण में 21 अगस्त से सभी सरकारी ग्रुप से लेफ्ट हो गए थे और आनलाइन काम का बहिष्कार किया था। दूसरे चरण में 23 से 25 अगस्त तक तीन दिन तक सामूहिक अवकाश पर रहे। अब 26 अगस्त को भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं।

इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन

मध्यप्रदेश में पटवारियों को 1998 में निर्धारित किए गए वेतनमान के अनुसार ही वर्तमान 2023 में वेतन दिया जा रहा है। पिछले 25 साल में प्रदेश के पटवारियों के वेतनमान में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। जबकि, पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले राजस्व विभाग एवं उसकी पद स्थापना वाले भू-अभिलेख विभाग के सभी पदोन्नत पदों (राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख) के वेतनमान में कई बार वृद्धि की गई। पटवारी वेतनमान पे ग्रेड 2800 के लिए वर्ष 2007 पटवारी महाअधिवेशन सनावद में घोषणा की गई थी। राजस्व मंत्री ने 2800 पे-ग्रेड किए जाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस पर अमल नहीं हो पाया है।

यह भी मांगे हैं पटवारियों की

- समयमान की वेतन विसंगति को सुधारा जाए।
- पदोन्नति दी जाए। क्रमशः आरआइ, नायब तहसीलदार और तहसीलदार।
- गृह भाड़ा और यात्रा भत्ते संबंधी अन्य भत्ते बढ़ाए जाएं।