“सेहत है तो सब है” यह सोच आयुष्मान भारत योजना में दिखती है। सिंतबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन आरंभ किया था। इस योजना के लागू होने के बाद से ही मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्रगतिशील है। यह हर्ष का विषय है कि मध्य प्रदेश का सीहोर जिला आयुष्मान भारत की डिजिटल सेवाएं देने वाला पहला जिला बन चुका है। इसके अंतगर्त प्रत्येक व्यक्ति की एक यूनिक आईडी यानी ’आभा’ आईडी बनाई गई है।  

डिजिटली आयुष्मान भव: सीहोर

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला सीहोर आयुष्मान भारत की डिजिटल सेवाएं देने वाला प्रदेश का पहला जिला बन गया है। अब मरीज घर बैठे अस्पताल का पर्चा मोबाइल से बनवा सकेंगे। इससे मरीजों को लंबी कतार से निजात मिलेगी। जिले के सात लाख 50 हजार नागरिकों का डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड तैयार किया गया है। पिछले चार महीने से जिला अस्पताल सहित विकासखण्ड स्तरीय अस्पतालों में भी डिजिटल सेवांए शुरू कर दी गई हैं। सीहोर जिले में अभी तक 7 लाख 43 हजार से अधिक नागरिकों की ‘आभा’ आईडी तैयार कर ली गई है। यही नहीं जिले के 06 स्वास्थ्य केन्द्रों में स्कैनर लगाए गए हैं। अब लोगों को पर्ची बनवाने के लिए लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना होगा। बस अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन कर और आवश्यक जानकारी दर्ज कर अपनी पर्ची जनरेट कर सकेंगे। यह लंबी लाइनों से निजात होने का तरीका है। इससे अस्पतालों में भीड़ भी घटेगी और सबको गंभीरता से व समय पर इलाज मिलेगा। अब मोबाइल पर ही बीमारी, रिपोर्ट, दवा और अपॉइंटमेंट की जानकारी मिलेगी।