धार्मिक ग्रंथों में गुरुवार का दिन देवगुरु बृहस्पति यानी भगवान विष्णु को समर्पित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं। ये ज्ञान, धार्मिक कार्य, संतान और उन्नति के कारक माने जाते हैं।

धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन देवगुरु की कृपा पाने के लिए केले के पेड़ की पूजा की जाती है। इसके साथ ही लोग इस दिन भगवान विष्णु की भी पूजा करते हैं। गुरुवार के दिन पूजा-पाठ के अलावा कुछ कार्यों की मनाही होती है। शास्त्रों और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इससे देवगुरु बृहस्पति कमजोर हो जाते हैं। आइए जानते हैं इन फीचर्स के बारे में.

गुरुवार को तेल खरीदना चाहिए या लगाना चाहिए?
गुरुवार के दिन दैनिक उपयोग की कुछ वस्तुओं का प्रयोग शुभ फल देता है तो वहीं कुछ वस्तुओं का अशुभ फल भी मिलता है। गुरुवार के दिन तेल की खरीदारी या इस्तेमाल वर्जित बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन तेल खरीदने या लगाने से गुरु कमजोर होते हैं और भक्तों पर अपनी बुरी दृष्टि डालते हैं।
जिससे ज्ञान, धन, समृद्धि सभी की हानि होती है। ऐसा कहा जाता है कि गुरुवार के दिन तेल खरीदने या इस्तेमाल करने से कर्ज और आर्थिक तंगी बढ़ती है। गुरूवार को पवित्रता का दिन कहा जाता है। इस दिन तेल लगाने से दरिद्रता आती है और लगातार तेल लगाने से व्यक्ति दरिद्र हो जाता है। इसलिए गुरुवार के दिन तेल खरीदने और इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। तेल खरीदने के अलावा कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें गुरुवार के दिन खरीदना शुभ नहीं माना जाता है। आइए जानते हैं क्या हैं ये चीजें-

गुरुवार को तेल के अलावा क्या नहीं खरीदना चाहिए?
गुरुवार के दिन चाकू, कैंची जैसी कोई भी नुकीली वस्तु न खरीदें।
इस दिन साबुन, शैंपू जैसी चीजें न खरीदें
इस दिन पूजा-पाठ से जुड़ी चीजें न खरीदें
गुरुवार के दिन आंखों से जुड़ी कोई भी चीज खरीदने से बचें