सदियों से लोहा की कढ़ाही में खाना पकाने ट्रेंड चलता आ रहा है। ऐसा माना जाता है कि कढ़ाही में बना खाना खाने से हेल्थ पर भी इसका अच्छा असर पड़ता है। दरअसल, लोहे का कढ़ाही में पका खाना खाने से शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है। लेकिन ऐसी कई चीजें, जिन्हें लोहे की कड़ाही में नहीं बनाना चाहिए। ऐसा करने से फूड का टेस्ट और टैक्सचर दोनों ही बदल जाता है। बेशक लोहे की कड़ाही में खाना बनाना अच्छा माना जाता है लेकिन कुछ चीजें ओपोजिट रिएक्शन दे सकती हैं।

फिश

सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन फिश को कभी भी लोहे की कड़ाही में नहीं पकाना चाहिए। ट्रैडिशनल शैली में फिश या सी फूड को कड़ाही में ही पकाया जाता है। लेकिन एक्सपर्ट्स बताते हैं कि फिश को लोहे की कड़ाही में नहीं पकाना चाहिए मछली पैन के तले में चिपक सकती है, जिससे इसका टेस्ट और टैक्सचर दोनों ही खराब हो सकता है।

नींबू

अगर आप लोहे की कड़ाही में नींबू से जुड़ी चीजें या अचार बनाने की सोच रहे हैं, तो इस प्लान को ड्रॉप कर दें। नींबू के रस में एसिड होता है, जो आपकी डिश में रिएक्शन देकर इसे स्वाद में बदलाव कर सकता है।

पास्ता

क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी तमाम कोशिशों के बावजूद पास्ता या नूडल्स आपकी लोहे की कड़ाही से क्यों चिपक जाते हैं।नूडल्स और पास्ता दोनों ही आटे से बने होते हैं, जिसके कारण ये कड़ाही से चिपक जाते हैं। इससे न केवल आपकी डिश का कलर खराब होगा बल्कि टेस्ट भी खराब हो जाएगा।

डिजर्ट

चाहे आप हलवा बना रहे हों या कोई डिजर्ट, इन्हें लोहे की कड़ाही में बनाना सबसे बुरा आईडिया है। इन डिशेज में मेटल का स्वाद आने का जर रहता है। इन्हें बनाने के लिएस्टेनलेस स्टील की कड़ाही या ओवन का इस्तेमाल करें।

टमाटर का जूस

टमाटर के रस में सिट्रिक एसिड होने से इसका टेस्ट पूरा बदल सकता है। एसिद के साथ लोहा रिएक्ट करता है, जिससे आपका लाल रंग वाला टमाटर का जूस काला हो सकता है।