खाद्य तेल कंपनी अडानी विल्मर  का 3,600 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजानिक निर्गम (आईपीओ) 27 जनवरी को खुलेगा। दवा निर्माता कंपनी एमक्योर फार्मास्युटिकल्स अपने 5,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को अगले महीने यानी फरवरी में पेश करेगी। फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाना पकाने के तेल और कुछ अन्य खाद्य उत्पाद बेचने वाली अडानी विल्मर ने अपने आईपीओ का आकार घटाकर 3,600 रुपये कर दिया है, जो पहले 4,500 करोड़ रुपये का था।

अडानी विल्मर दरअसल अडानी समूह और सिंगापुर स्थित विल्मर समूह के बीच 50:50 का संयुक्त उद्यम है। अडानी एंटरप्राइजेज ने गुरुवार को शेयर बाजार को बताया कि कंपनी का आईपीओ 27 जनवरी को अभिदान के लिए खुलेगा और 31 जनवरी को बंद होगा।

वही एमक्योर फार्मास्युटिकल्स को आईपीओ दस्तावेजों (डीआरएचपी) के लिए मंजूरी मिल गई है। कंपनी जल्द ही 5,000 करोड़ रुपये के निर्गम के लिए आरएचपी दाखिल करेगी। कंपनी बजट के तुरंत बाद अपना आईपीओ लाएगी। कंपनी के 5,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 1,100 करोड़ रुपये नए शेयर जारी किए जाएंगे। शेष कंपनी के प्रवर्तक शेयरधारकों द्वारा बिक्री पेशकश के रूप में होगा।

इस बीच, एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को गुरुवार को निर्गम के दूसरे दिन 1.42 गुना अभिदान मिल गया। बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कंपनी की 2,86,74,696 शेयरों की पेशकश पर 4,05,74,240 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। खुदरा व्यक्तिगत निवेशक (आरआईआई) खंड को 2.06 गुना, गैर-संस्थागत निवेशक श्रेणी में 1.13 गुना अभिदान मिला। पात्र संस्थागत निवेशकों के खंड को दूसरे दिन तक 49 प्रतिशत अभिदान मिला है।

यह 2022 का पहला आईपीओ है। एजीएस ट्रांजैक्ट ने मंगलवार को एंकर निवेशकों से 204 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी का यह आईपीओ पूरी तरह बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में है। इसके तहत कंपनी के प्रवर्तक और अन्य शेयरधारकों ने 680 करोड़ रुपये के शेयरों की पेशकश की है। आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 166 से 175 रुपये प्रति शेयर है।