मांडू पहुंचे विदेशी मेहमान, जहाज महल देखकर बोले वंडरफुल
मांडू । ऐतिहासिक पर्यटन नगरी मांडू के प्राचीन किले और अप्रतिम नैसर्गिक सौंदर्य देख जी-20 देशों के मेहमान अभिभूत नजर आए। प्रकृति ने भी अतिथियों का दिल खोलकर स्वागत किया। खुशनुमा मौसम और घने कोहरे के बीच अतिथियों ने यहां ऐतिहासिक जहाज महल को निहारा। लगभग 3 घंटे मांडू में बिताने के बाद गाला डिनर कर अतिथि इंदौर की ओर रवाना हो गए। सुरक्षा के कड़े देखने को मिले यहां परंपरागत तरीके से अतिथियों का स्वागत किया गया।इसी वर्ष फरवरी में मांडू भ्रमण करने के बाद यह जी-20 के अति विशिष्ट अतिथियों का दूसरा मांडू भ्रमण था। लगभग 150 से भी ज्यादा अतिथि बसों के माध्यम से यहां पहुंचे। यहां केंद्रीय पुरातत्व विभाग मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग जिला प्रशासन द्वारा अतिथियों के लिए पिछले 1 सप्ताह से तैयारियां की जा रही थी।हालांकि आधिकारिक तौर पर ऐसी जानकारी सामने नहीं आ रही है।
ऐसा बताया जा रहा है कि 22 को यहां जी-20 का विदाई भोज भी हो सकता है। यहां प्रमुख मार्गों पर सजावट की गई थी जहाज महल के बाहर भारतीय संस्कृति के अनुरूप अतिथि स्वागत के लिए सुंदर रंगोली भी महिला बाल विकास के कार्यकर्ताओं द्वारा बनाई गई थी। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा जिला पंचायत सीईओ श्रृंगार श्रीवास्तव, एसडीएम रोशनी पाटीदार, तहसीलदार सुरेश नागर, नायब तहसीलदार राहुल गायकवाड मैं जहाज महल परिसर में जिला प्रशासन की ओर से विदेशी मेहमानों का स्वागत किया।
आदिवासी संस्कृति मे रमे जी-20 के विदेशी मेहमान
यहां जहाज महल के बाहर भगोरिया नर्तक दल ने आकर्षक प्रस्तुति दी। जब अतिथि मांडू पहुंचे तो मांदल की थाप और बांसुरी की धुन पर रंग बिरंगी आकर्षक पोशाक पहने नर्तक दल के सदस्यों के साथ विदेशी मेहमान भी नृत्य करने से अपने आप को रोक नहीं सके उन्होंने भगोरिया नर्तक के साथ जमकर समा बांधा।
पुरातात्विक विधि को समझा और पूछे प्रश्न
जहाज महल में भ्रमण के दौरान टूरिस्ट गाइडो ने मांडू से जुड़े कई रोचक तथ्य से मेहमानों को अवगत कराया। इस दौरान उन्होंने महल की मरम्मत में इस्तेमाल होने वाली सामग्री के विषय में पूछा और उत्सुकता वश कई सवाल भी किए। उन्होंने कहा कि यहां के शताब्दियों पूर्व बने महल वाकई में अनोखे और अजब तकनीक के हैं। इन्हें देखकर भारत की प्राचीन समृद्धता का अंदाजा लगाया जा सकता है। केंद्रीय पुरातत्व विभाग पहुंचने पर सुपरिटेंडेंट डॉ मनोज कुर्मी रीजनल मैनेजर विकृम भुवन असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट सुश्री भुवन संदीप जायसवाल ,टीकम तंवर राजेश साहू ,प्रशांत पाटणकर, राजीव सैनी उमेश शर्मा ने विभाग की तरफ से स्वागत किया।
खुशनुमा मौसम के बीच भ्रमण कर हुए मंत्रमुग्ध
दोपहर में तेज बारिश होने के बाद यहां मौसम खुशनुमा हो गया था। मौसम में ठंडक घुल गई थी और कोहरा भी धीरे-धीरे छाने लगा था। इस बीच जमी पर उतरते के बादलों के साथ जहाज महल पर हुई आकर्षक रोशनी का नजारा देखते ही बन रहा था इन्हें देखकर अतिथि मंत्रमुग्ध और अभिभूत नजर आए।
मालवा रिसोर्ट में हुआ गाला डिनर परोसे लजीज व्यंजन
यहां पर्यटन विकास निगम की होटल मालवा रिसोर्ट में जी-20 के अति विशिष्ट अतिथियों का गाला डिनर हुआ।यहां विभिन्न देशों के प्रसिद्ध व्यंजन के साथ मालवा निमाड़ और आदिवासी अंचल में प्रचलित व्यंजनों को भी अतिथियों को परोसा गया जिनका स्वाद चख अतिथियों ने तारीफ की। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम की तरफ से पिछले कुछ दिनों से गाला डिनर को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही थी। सुरेंद्र प्रताप सिंह जनरल मैनेजर ऑपरेशन अजय श्रीवास्तव रीजनल मैनेजर और संदीप बघेला प्रबंधक मालवा रिसोर्ट ने विभाग की तरफ से मेहमानों का स्वागत किया।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं के रहे कड़े इंतजाम
सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर अनुविभागीय दंडाधिकारी पीथमपुर रोशनी पाटीदार अपनी टीम के साथ लगातार डटी रही। यहां उन्होंने़ व्यवस्थाओं पर पैनी नजर रखी। तहसीलदार सुरेश नागर नायब तहसीलदार राहुल गायकवाड शहरी विकास अभिकरण के प्रभारी निशिकांत शुक्ला नगर परिषद सीएमओ लालसिंह राठौर उपयंत्री बलदेव सिंह ठाकुर सादिक खान थाना प्रभारी रवि वास्के राजेंद्र शाही, प्रवीण शर्मा लगातार व्यवस्थाओं को सुचारू करते नजर आए।
जहाज महल परिसर में लाइट एंड साउंड शो
जी-20 देशों के मेहमानों ने जहाज महल परिसर में लाइट एंड साउंड शो देखा। अंग्रेजी भाषा में विशेष रूप से इस शो का आयोजन मेहमानों के लिए किया गया। इसके बाद विदेशी मेहमान सीधे मालवा रिसोर्ट पहुंचेंगे जहां पर गाला डिनर का आयोजन किया गया है।