पाकिस्तानी सेना पर इमरान खान ने बोला हमला| उन्होंने कहा कि देश के पास दो रास्ते हैं। वह या तो तुर्किये बने या फिर म्यांमार। इनमें से किसे चुनता है यह देश के लोगों पर निर्भर करता है। म्यांमार में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई आंग सान सू की की सरकार को 2021 में अपदस्थ करते हुए सेना ने कब्जा कर लिया था।वहीं, तुर्किये में वर्ष 2016 में राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की सरकार को गिराने के लिए खूनी सैन्य तख्तापलट को तब नाकाम कर दिया गया, जब लोग सड़कों पर उतर आए थे और शासन परिवर्तन का विरोध किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि आज हम उसी दोराहे पर खड़े हैं। हम चाहें तो तुर्किये या फिर दूसरा म्यांमार बन सकते हैं। हर किसी को इसके लिए सोचना होगा कि वह क्या चाहते हैं। वह संविधान के साथ और कानून का शासन चाहते हैं या जंगलराज।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान ने कहा कि अस्तित्व में आने के बाद से लगभग आधे समय तक देश पर सेना ने ही शासन किया है। उन्होंने कहा कि अपनी हार की डर से पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज और इनकी सहयोगी पार्टियां न तो आज न ही अक्टूबर में चुनाव होने देना चाहती है।

इमरान खान की सुरक्षा मामले में हाई कोर्ट ने जवाब मांगा

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा दायर याचिका पर संघीय सरकार से जवाब मांगा, जिसमें उनकी सुरक्षा बहाल करने की मांग की गई थी। गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह की ओर से धमकी भरे बयान के बाद इमरान खान ने याचिका दायर की थी। शीर्ष न्यायाधीश ने सत्र के शुरुआत में पूछा कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर इमरान खान को सुरक्षा से वंचित किया जा रहा है। कोर्ट के सवाल पर वकील ने कहा कि गृहमंत्रालय ने इमरान खान की सुरक्षा को रद कर दिया है।