नई दिल्ली । भारत में कभी पूरी दुनिया की आधी आबादी रहती थी। सुनकर भले ही आपको हैरानी हो लेकिन यह सच है। यह दावा कहीं और नहीं बल्कि काशी हिंदू वि.वि के एक जीन विज्ञानी ने अपने शोध से किया है। उनके दावे के मुताबिक भले ही आधुनिक मानव की उत्पत्ति अफ्रीका में हुई हो उसका पालन पोषण भारत में हुआ। जिसके फलस्वरूप आज से 25000 वर्ष पहले विश्व की आधी आबादी का निवास भारत में था। 
काशी हिंदू विवि के जंतु विज्ञान विभाग के जीन विज्ञानी और यह शोध करने वाले प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि 25000 लोगों का डीएनए रिसर्च में शामिल है। पूरे भारत से सैंपल भी कलेक्ट किया गया। डीएनए के म्यूटेशन की तुलना करके यह बताया जा सकता है कि कौन कितने साल पहले कहां से आया। दो आबादी एक दूसरे के साथ मिक्स होकर एक दूसरे के साथ कैसे इंटरएक्ट की?  अध्ययन में पता चला कि भारत के किसी भी जाति-जनजाति के लोग एक कॉमन ग्रुप से जुड़े हुए हैं। 60 प्रतिशत लोग हिपलो ग्रूप एम के साथ जुड़े हुए है। अफ्रीका से मानव निकला तब भारत पहुंचा। 
इस शोध के फायदों के बारे में उन्होंने बताया कि इसका बड़ा इस्तेमाल फोरेंसिक्स में होगा। मान लें कि किसी ने किसी को मारकर दफना दिया। लंबे समय बाद जमीन से उसकी हड्डियां ही मिलेंगी। जिस आधार पर यह नहीं बताया जा सकता कि वह व्यक्ति कौन है? अगला काम होता है उसके डीएनए का पता लगाने की। इसके बाद उनका यह शोध काम आएगा कि वह मृत व्यक्ति किस रीजन का है?