गाजा। इजराइली सेना और हमास के आतं‎कियों के बीच बीते एक सप्ताह से जंग जारी है। दोनों तरफ से अब तक तीन हजार से अ‎धिक लोगों के मारे जाने की खबर है। जब‎कि हजारों लोग घायल हुए है। इजराइल ने गाजा पट्टी को तबाह करने की कसम खाई है तो हमास ने एक एक ‎फि‎लिस्तीनी की हत्या का बदला लेने की धमकी दी है। 
सीरिया की सरकारी मीडिया ने कहा कि इजराइल के हवाई हमलों में राजधानी दमिश्क और उत्तरी शहर अलेप्पो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया, जिससे उनके रनवे क्षतिग्रस्त हो गए। ‎रिपोर्ट के मुता‎बिक  ने एक सैन्य अधिकारी के हवाले से कहा कि हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ। इजराइली सेना ने इन संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास द्वारा दक्षिणी इजराइल में घातक हमलों के बाद सीरिया पर यह पहला इजराइली हमला है। हवाई हमले उस दिन हुए जब ईरान के विदेश मंत्री क्षेत्र के अस्थिर हालात पर चर्चा के लिए सीरिया आने वाले थे।इजराइल ने लेबनान के हिजबुल्लाह सहित विभिन्न आतंकवादी समूहों को ईरान से हथियारों की आपूर्ति रोकने के प्रयास में सीरिया सरकार के कब्जे वाले हिस्सों में हवाई अड्डों और समुद्री बंदरगाहों को निशाना बनाया है। सीरिया के 12 साल के संघर्ष में ईरान समर्थित हजारों लड़ाके शामिल हुए और उन्होंने राष्ट्रपति बशर असद की सेना के पक्ष में संतुलन बनाने में मदद की। इजराइल ने हाल के वर्षों में सीरिया के अंदर लक्ष्यों पर सैकड़ों हमले किए हैं, जिनमें दमिश्क और अलेप्पो हवाई अड्डों पर हमले भी शामिल हैं। लेकिन वह शायद ही कभी इन अभियानों को स्वीकार करता है या उनके बारे में चर्चा करता है।
इजराइल हमास हमले में कई विदेशी नागरिकों की भी मौत हो चुकी है। इस हमले में 22 अमेरिकी नागरिकों की मौत हो गई है और 17 की कोई जानकारी नहीं है तथा आने वाले दिनों में यह आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बताया कि फलस्तीन आतंकवादी समूह हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में और भी अमेरिकी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बंधकों को छुड़ाने के लिए अमेरिका इजराइल के साथ बातचीत कर रहा है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि, अब तक 22 अमेरिकी अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 17 के बारे में कोई जानकारी नहीं है। आने वाले दिनों में ये संख्या बढ़ने की आशंका है। इससे पहले अमेरिका ने हमले में 14 अमेरिकियों की मौत होने की पुष्टि की थी।