हरदा  ।   कृषि मंत्री कमल पटेल पर एक प्राइवेट शिक्षक ने हजारों करोड़ रुपए की शैल कंपनियों के संचालन का आरोप लगाया है। प्राइवेट शिक्षक ने इसकी शिकायत ईडी और सीबीआई को भी की है। वहीं मंत्री पटेल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी कोई भी कंपनी नहीं है। इधर, गुरुवार को शिकायतकर्ता शिक्षक के खिलाफ इंदौर के भंवरकुंआ पुलिस थाना में दर्ज धोखाधड़ी केस की एफआईआर सोशल मीडिया में वायरल हुई है। यह मामला इंदौर में शिक्षक द्वारा संचालित ओशो आईएएस अकादमी की छात्रा ने दर्ज कराई थी। हरदा के रहने वाले शिक्षक आनंद जाट ने बताया कि कृषि मंत्री कमल पटेल तीन कंपनी (अमृता फर्टीलाइजर, प्रत्युषा फार्मर प्रोड्यूसर, दिव्यांका टेक्नो सॉल्युशन) का संचालन कर रहे हैं। रजिस्ट्रेशन में कंपनियों का जो काम बताया गया है वह काम संबंधित कंपनियों में नहीं हो रहा है। जाट का आरोप है कि मंत्री पटेल के परिजन, संबंधित कंपनियों में बतौर डायरेक्टर रजिस्टर्ड हैं।

दवा कंपनियों से मांगते हैं कमीशन

आनंद जाट ने मंत्री पटेल पर पेस्टीसाइड बनाने वाली दवा कंपनियों से कमीशन मांगने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि इंदौर की दवा कंपनियों के संचालकों से हुई चर्चा के अनुसार कमीशन में मोटी रकम देने के कारण वह प्रोडक्ट की क्वालिटी कमजोर कर देते हैं। इससे किसानों को फसल पर कीटनाशक का उपयोग करने के बाद भी पेस्ट कंट्रोल नहीं हो पाता।

मंत्री पटेल बोले - मेरी कोई कंपनी नहीं …

कृषि मंत्री कमल पटेल ने शिक्षक आनंद जाट के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा - मेरी कोई कंपनी नहीं है। अपने क्षेत्र में किए गए कामों के कारण चुनाव जीतता आ रहा हूं। चुनाव के लिए कभी किसी से चंदा तक नहीं लेता। मंत्री पटेल कहते हैं कि अभी जो भी आरोप लग रहे हैं। वह राजनैतिक हैं। हर बार चुनाव के समय लोग आरोप लगाते हैं। जब राजस्व मंत्री था जब भी आरोप लगे थे। तब भी कोई शिकायतकर्ता एक भी आरोप साबित नहीं कर सका।

शिकायतकर्ता शिक्षक जाट पर इंदौर में दर्ज है धोखाधड़ी का केस

कृषि मंत्री कमल पटेल के समर्थकों ने बताया कि आनंद जाट , आदतन शिकायतकर्ता है। वह निराधार शिकायतें करते रहते हैं। आनंद जाट के खिलाफ इंदौर के भंवरकुंआ पुलिस थाना में करीब 8 साल पहले उनके द्वारा संचालित ओशो आईएएस अकादमी की छात्रा केस दर्ज करा चुकी है। छात्रा ने जनसुनवाई में शिकायत की थी। इसके बाद भंवरकुंआ पुलिस ने जांच के बाद आनंद जाट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। छात्रा ने शिकायत में आनंद जाट पर , कोचिंग में एडमिशन के समय बताई गई फेक्ल्टी द्वारा टीचिंग नहीं कराने और एक महीने तक क्लास संचालित करने के बाद अचानक बंद करने का आरोप लगाया गया था।