सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी) का दावा है कि सात इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों को पिछले साल उनकी सब्सिडी बंद होने के बाद 9,000 करोड़ से अधिक का संचयी घाटा हुआ है। बकाया भुगतान व बाजार के कारण यह घाटा हुआ है। सरकार ने इन कंपनियों को दी गई सब्सिडी वापस करने का भी निर्देश दिया है।

एसएमईवी ने कहा, उद्योग भारतीय ईवी क्षेत्र में जहां एक अरब डॉलर लगाने के बारे में निवेशकों के साथ बात कर रहा है, वहीं इतना घाटा तो पहले से ही होने की आशंका है। साथ ही, सरकार हीरो इलेक्ट्रिक, ओकिनावा ऑटोटेक, एम्पीयर ईवी, रिवोल्ट मोटर्स, बेनलिंग इंडिया, एमो मोबिलिटी और लोहिया ऑटो से सब्सिडी वापस मांग रही है। इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए फेम-2 योजना के तहत 2019 में 10,000 करोड़ की सब्सिडी की घोषणा हुई थी।

चालू कैलेंडर साल की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में मकानों की कीमतें सालाना आधार पर औसतन 14 फीसदी बढ़ी हैं। हालांकि, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में दाम तीन फीसदी घटे हैं। क्रेडाई, कोलियर्स इंडिया व लियासेस फोरास की संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, मजबूत मांग के कारण दूसरी तिमाही में आठ प्रमुख शहरों में मकानों के दाम सालाना आधार पर सात फीसदी बढ़े हैं। कोलकाता में कीमत सालाना आधार पर सबसे अधिक 15 फीसदी बढ़ी। दिल्ली-एनसीआर में 14 फीसदी, हैदराबाद में 13 फीसदी, पुणे में 11 फीसदी, अहमदाबाद में 10 फीसदी, बंगलूरू में 10 फीसदी और चेन्नई में 6 फीसदी की वृद्धि रही।

वित्त मंत्रालय ने लोगों को भारतीय सीमा शुल्क के नाम पर पैसे ऐंठने वाले धोखेबाजों से सावधान रहने के लिए आगाह किया। इसने कहा, भारतीय सीमा शुल्क विभाग व्यक्तिगत बैंक खाते में सीमा शुल्क का भुगतान करने के लिए कभी भी कॉल या एसएमएस नहीं भेजता है। सीमा शुल्क से सभी संचार में एक डीआईएन होता है जिसे सीबीआईसी वेबसाइट पर सत्यापित किया जा सकता है।

बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस ने पालतू बिल्लियों के लिए बीमा पॉलिसी पेश की है। कंपनी के एमडी तपन सिंघल ने कहा, यह पॉलिसी स्वदेशी मूल, क्रॉस-ब्रीड और विदेशी नस्ल की पालतू बिल्लियों और कुत्तों को एक व्यापक कवर प्रदान करती है।

मारुति सुजुकी इंडिया का पुरानी कारों का कारोबार 50 लाख इकाइयों को पार कर गया है। कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी शशांक श्रीवास्तव ने कहा, पुरानी कारों के कारोबार ‘ट्रू वैल्यू’ को 2001 में शुरू किया गया था। यह भरोसेमंद पुरानी कारों का कारोबार बन गया है।

सेबी ने आईपीओ के बंद होने के बाद एक्सचेंजों पर शेयरों की सूचीबद्धता की समय सीमा को 6 दिनों से घटाकर 3 दिन कर दिया है। सेबी ने बुधवार को कहा, नई समय सीमा एक दिसंबर के बाद खुलने वाले आईपीओ के लिए अनिवार्य होगी।