मौसम विभाग ने आज एक बार फिर देश में मानसून को लेकर नया अपडेट जारी किया है। IMD का अपडेट आम लोगों और किसानों के लिए खुशखबरी लाया है। विभाग के अनुसार, इस बार सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है और अल नीनो की स्थिति के बावजूद इसका असर मानसून पर ज्यादा नहीं पड़ेगा।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मौसम विज्ञान महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इस साल सामान्य मानसून की उम्मीद है। महापात्र ने कहा कि अल नीनो की स्थिति मानसून के मौसम के दौरान विकसित होने की संभावना है और इसका प्रभाव दूसरी छमाही में महसूस किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि सभी एल नीनो साल खराब मानसून वाले साल नहीं होते हैं। इसलिए इस बार भी मॉनसून के साथ अल-नीनो का सीधा संबंध नहीं होगा और सामान्य बारिश होगी।

96 फीसदी रहेगा मानसून

मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम (जून से सितंबर तक) के दौरान सामान्य बारिश देखने को मिलेगी। मानसून इस बार 96 फीसदी (5 फीसदी की त्रुटि मार्जिन के साथ) रहेगा और देश में इस बार 87 सेमी की लंबी अवधि बारिश होगी।

अल नीनो क्या होता है?

अल नीनो दक्षिण अमेरिका के पास प्रशांत महासागर के पानी का गर्म होना होता है। यह मानसूनी हवाओं के कमजोर होने का कारण बनता है और भारत में कम वर्षा से जुड़ा होता है। इससे समंदर का तापमान 5 डिग्री तक बढ़ जाता है और यह दुनिया के मौसम पर असर डालता है।