मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी के बीच चुनावी रणनीति के मध्य आज संपूर्ण मध्य प्रदेश में नामांकन की अंतिम तिथि तक नामांकन दाखिल किए गए । मध्य प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों से जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार मध्य प्रदेश में वर्तमान विधानसभा चुनाव के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी के वर्तमान में 50 से अधिक बगावत करने वाले उम्मीदवारों ने एक तरफ जहां फॉर्म दाखिल किया, वहीं दूसरी ओर नामांकन दाखिल करने वाले समाजवादी पार्टी के भी लगभग सभी 50 से अधिक उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी के लिए नई चुनौती के साथ सामने खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं । जनता दल यूनाइटेड के पांच उम्मीदवारों ने भी क्षेत्रीय स्तर पर जोर-शोर के साथ नामांकन दाखिल करके चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक दी है । वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं के बीच आपसी मनमुटाव एवं कपड़ा फाड़ राजनीति अब चुनावी सभा में भी सुनाई देने लगी है ‌। कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले नेता अब कमलनाथ को दिल्ली भेजने वाले भाषण एवं नारे मंचों से लगाते हुए दिखाई दे रहे ।।

 दिग्विजय सिंह एवं कमलनाथ में आपसी मन मुटाव के बीच अब सभाओं में दिल्ली पहुंचाने के नारे । 

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सूची जारी होने से पहले एवं सूची जारी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह की आपसी विवादों से जुड़ी हुई जो तस्वीर सामने आई, उनको संपूर्ण मध्य प्रदेश की जनता ने देखा है । आमने-सामने दिग्विजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक दूसरे को कपड़ा फाड़ राजनीति से जोड़ते हुए नजर आए तो दूसरी ओर दिग्विजय सिंह अपनी मानसिक स्थिति को बयां करते हुए भी दिखाई दिए ‌। परंतु नामांकन दाखिल होने से पहले जो बगावत करने वाले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार मैदानी क्षेत्रों में दम खम दिखा रहे हैं, उनकी चुनावी सभा से कमलनाथ को दिल्ली पहुंचने के संबंध में नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे । इसी तरह के नारे शिवपुरी जिला अंतर्गत पोहरी विधानसभा क्षेत्र से एक चुनावी सभा के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी से बगावत करके बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रद्युमन सिंह धाकड़ के एक कार्यक्रम से सुनाई दिए । प्रद्युम्न सिंह धाकड़ के एक कार्यक्रम में कमलनाथ के विरुद्ध नारे लगे जिसमें कमलनाथ को दिल्ली पहुंचाने के संबंध में अर्थात मध्य प्रदेश से रवाना करने के संबंध में नारेबाजी की गई । इसी तरह की नारेबाजी अन्य कई विधानसभा क्षेत्र में बगावत करने वाले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के बीच भी की गई है ‌। बगावत करने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कांग्रेस पार्टी को पूरी तरह से बर्बाद करने के बाद ही दम लेंगे । उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह का सार्वजनिक रूप से अपमान किया गया और दिग्विजय सिंह की बात को सम्मान नहीं दिया गया ‌। कुल मिलाकर अब कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम अब मैदानी स्तर पर बेहद कमजोर दिखाई दे रहे हैं ।।

 नामांकन दाखिल के अंतिम पड़ाव पर 50 से अधिक कांग्रेस के बागी मैदान में । 

मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी जिस तरह चुनावी रणनीति में विफल नजर आई, इस तरह एक महीने से अधिक समय पश्चात जब उम्मीदवारों की सूची जारी की गई तो उसमें भी बगावत करने की स्थिति के बाद विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदलती हुई दिखाई दी। उम्मीदवारों की सूची चयन को लेकर दिग्विजय सिंह एवं कमलनाथ एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे और नामांकन दाखिल के अंतिम समय तक बगावत करने वाले प्रत्याशियों को मनाने में विफल रहे । मध्य प्रदेश से कांग्रेस पार्टी का बगावत करने वाले उम्मीदवारों की सूची 50 से अधिक है, परंतु मध्य प्रदेश में आज नामांकन दाखिल करने वाले कांग्रेस पार्टी के बगावत से जुड़े लगभग 50 उम्मीदवारों फार्मा दाखिल किया है । कुल मिलाकर 50 से अधिक बगावत वाली विधानसभा सीटों पर अब कांग्रेस पार्टी के लिए आमने-सामने का मुकाबला अपने ही विचारधारा एवं कार्यकर्ताओं से जुड़े हुए लोगों से होगा । वहीं दूसरी और कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती समाजवादी पार्टी के भी 50 से अधिक उम्मीदवारों से है ‌। जिन्होंने नामांकन की आखिरी तारीख अर्थात आज दिनांक को नामांकन दाखिल कर दिया है ‌। कुल मिलाकर एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से चुनावी रणनीति में विफल नजर आई थी वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मुख्यमंत्री पद के दावेदार के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं कई अन्य नेता एक दूसरे को सार्वजनिक मंचों से आरोप प्रत्यारोप करते हुए नजर आए । ऐसी स्थिति में आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की क्या दुर्दशा होने वाली है तो समय ही बताएगा ‌।