भोपाल । इन दिनों केन्द्र सरकार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण में तेजी से जुटी है। वहीं पिछले दिनों ही 119 किलोमीटर लम्बाई के प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गों के सुधार के लिए भी 600 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। वहीं इंदौर से हैदराबाद एक्सप्रेस-वे भी बनेगा, जिस पर लगभग 15 हजार करोड़ रुपए की बड़ी राशि खर्च की जाएगी। 768 किलोमीटर की लम्बाई का यह एक्सप्रेस-वे बुरहानपुर, जलगांव और नांदेड़ को भी इंदौर से जोड़ेगा और वहीं से हैदराबाद तक इसे बनाया जाएगा। इतना ही नहीं, प्रदेश के सभी 52 जिलों को भी नेशनल हाईवे से जोड़ा जा रहा है। वहीं इंदौर-ब्यावरा फोरलेन पर 897 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है, तो 283 करोड़ रुपए इंदौर बायपास की सर्विस रोड के साथ-साथ तीन ओवरब्रिजों के लिए भी परिवहन मंत्रालय ने मंजूर की है।
इंदौर बायपास की सर्विस रोड अभी शुरुआती बारिश में ही उखड़ गई है और बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। नगर निगम शहरी क्षेत्र से जुडऩे वाले सर्विस रोड के निर्माण कार्य को करेगा, जिसके लिए 83 करोड़ रुपए की राशि केन्द्र सरकार ने पिछले दिनों मंजूर की है। वहीं एमआर-10 सहित तीन ओवरब्रिज भी 200 करोड़ रुपए की राशि से बनाए जाना है। पिछले दिनों निगम ने बायपास के सर्विस रोड को चौड़ा करने की कवायद शुरू की और चिन्हित किए गए 650 अवैध निर्माणों को नोटिस भी जारी किए गए। वहीं इंदौर-ब्यावरा फोरलेन पर भी 897 करोड़ की राशि खर्च होगी। कुछ समय पूर्व इंदौर आए परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हजारों करोड़ रुपए की सौगात देने की घोषणा भी की थी। वहीं इंदौर से हैदराबाद एक्सप्रेस-वे भी बनाया जाएगा। उसके लिए भी केन्द्रीय परिवहन मंत्रालय राशि देगा। श्री गडकरी ने पिछले दिनों इस एक्सप्रेस-वे की घोषणा उज्जैन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की थी। इसके साथ ही प्रदेश में 534 किलोमीटर लम्बाई की सड़क का शिलान्यास भी किया, जिस पर 6 हजार करोड़ रुपए की राशि खर्च हो रही है। इसमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट इंदौर-हैदाबाद एक्सप्रेस-वे भी रहेगा, जिसकी लागत 15 हजार करोड़ रुपए आंकी गई है। अगले कुछ ही दिनों बाद इंदौर में इस एक्सप्रेस हाईवे निर्माण के लिए भूमिपूजन भी करेंगे। ये एक्सप्रेस-वे 768 किलोमीटर लम्बाई का रहेगा और इससे बुरहानपुर, जलगांव, नांदेड़ भी जुड़ेगा और इंदौर से कई शहरों की सीधी कनेक्टीविटी हो सकेगी। अभी केन्द्र सरकार अपने सबसे महत्वकांक्षी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर काम कर रही है। मध्यप्रदेश में भी इस एक्सप्रेस-वे पर 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की जा रही है और यह एक्सप्रेस-वे उज्जैन से मिलेगा, जिसके चलते उज्जैन से मुंबई भी 8 घंटे में पहुंचा जा सकेगा और दिल्ली का सफर भी 6 घंटे तक सिमट जाएगा। केन्द्र सरकार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर एक लाख करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रही है और इससे इंदौर सहित प्रदेश के कई जिलों को बेहद लाभ होगा। इतना ही नहीं, इंदौर सहित सभी जिले नेशनल हाईवे से भी जोड़े जा रहे हैं। 5 हजार किलोमीटर लम्बाई के राष्ट्रीय राजमार्ग अब 9 हजार किलोमीटर लम्बाई के हो गए हैं।