भोपाल । मप्र तेजी से औद्योगिक हब के रूप में तब्दील होता जा रहा है। आलम यह है कि प्रदेश में देश ही नहीं, बल्कि विदेशी कंपनियां भी निवेश के लिए इच्छुक बताई जा रही हैं। दिल्ली, बैंगलुरु, हैदराबाद, इजराइल, मुंबई, कोलकाता सहित मप्र की कंपनियां भी निवेश करने में रुचि ले रही हैं। बीते सवा साल में 786 उद्योगपतियों को सरकार ने 1,470 एकड़ जमीन आवंटित की है। उक्त भूमि पर 17,600 करोड़ का निवेश होगा और 37,800 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
मप्र में उद्योगपतियों द्वारा निवेश में लगातार रुचि दिखाई जा रही है। जिन उद्योगपतियों को जमीन आवंटित की गई है उनके द्वारा जल्द उद्योग स्थापित किए जाएंगे। वहीं इकाई स्थापित करने के लिए नियम और मापदंडों पर खरे नहीं उतरने पर 375 उद्योगपतियों के आवेदन निरस्त भी किए गए हैं। बीते सवा साल में दिल्ली की इंदोरमा, इजराइल की ईवीपीओ, बैंगलुरु की शाही टेक्सटाइल, गोकुलदास एक्सपोर्ट लिमिटेड, बेल्सपन, आकांक्षा इंडस्ट्री, मेटल प्राइवेट लिमिटेड, शार्क सॉफ्टवेयर जैसी बड़ी कंपनियों ने भी निवेश में रुचि ली है।
1,176 कंपनियों ने सरकार से मांगी थी जमीन
जानकारी के अनुसार एक जुलाई 2020 से दिसंबर 2022 तक 1,176 कंपनियों ने निवेश के लिए सरकार से जमीन मांगी थी। इनमें से 786 कंपनियों को 1,470 एकड़ जमीन आवंटित भी कर दी गई है। विभिन्न कंपनियां मध्यप्रदेश में करीब 17,600 करोड़ का निवेश करेगी। प्रदेश में वर्तमान में छोटे-बड़े दो लाख पचास हजार से अधिक उद्योग स्थापित हैं। इनमें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम के उद्योग भी शामिल हैं। अब नए 642 उद्योग भी आने वाले हैं. इससे मप्र में रोजगार के अवसर बढऩे के साथ ही लोगों को कमाई के साधन भी बढ़ेंगे। साथ ही कच्चे माल का आयात भी बढ़ेगा। अधिकांश कंपनियों ने इंदौर, पीथमपुर, धार, खरगौन, खंडवा में निवेश के लिए ज्यादा रुचि दिखाई है। सरकार इन जिलों में जमीन भी उपलब्ध करा रही है। जबकि भोपाल, मंडीदीप, मोहासा, ग्वालियर में भी कंपनियां आ रहीं हैं।
17,600 करोड़ का निवेश
मप्र में नई कंपनियां निवेश के लिए लगातार रुचि ले रही हैं। प्रदेश में श्रीराम पिस्टन 600 करोड़, भारत फोर्ज 600 करोड़, राल्सन टायर 1500 करोड़, सिप्ला फार्मा 700 करोड़, मराल, टेक्सटाइल 100 करोड़, पीएआर फार्मा 400 करोड़, मैक्लोंडस फार्मा 595 करोड़, जमुना ऑटो 400 करोड़ और सिंड राम पैकेजिंग 100 करोड़ रूपए का निवेश करने जा रही हैं। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन संजय कुमार शुक्ला का कहना है कि बीते सवा साल में सरकार ने 786 कंपनियों को जमीन आवंटित की है। इससे मप्र में 17, 600 करोड़ का निवेश आएगा और 37 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।