अगर आपकी शादी न हो रही हो, शादी तय होने में कोई दिक्कत हो रही हो या फिर शादीशुदा जिंदगी में कोई परेशानी चल रही हो तो‌ लखनऊ में पांच सौ साल पुराने नीम के पेड़ पर मन्नत मांगने एक धागा बांध दें, कहते हैं कि जो ऐसा करता है उसका रिश्ता तय हो जाता है.

असल में यह चमत्कारी नीम का पेड़ मां पूर्वी देवी और महाकालेश्वर मन्दिर बाघम्बरी सिद्धपीठ जो कि शहर के ठाकुरगंज में वहीं मंदिर परिसर में है. यह मंदिर भी अनोखी है. कहते हैं नीम के पेड़ पर धागा बांधने के बाद जो भी इस मंदिर में माथा टेकता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मंदिर के संरक्षक प्रमोद कुमार शुक्ल ने बताया कि यह मंदिर अनोखी है. यहां पर मां पूर्वी देवी के रूप में विराजमान हैं. यहां पर अत्यन्त प्राचीन नीम वृक्ष के नीचे मां पूर्वी देवी की प्रधान पीठ भगवान महाकालेश्वर परिवार सहित विराजमान हैं. मां पूर्वी देवी महागौरी के रूप में गौर वर्ण के रूप में विराजमान हैं. उन्होंने बताया कि मंदिर में हनुमान जी, लक्ष्मी नारायण, रामदरबार और राधाकृष्ण के भी दर्शन होते हैं.

मंदिर पर इस तरह बढ़ा भक्तों का विश्वाश
मंजू लता शुक्ला ने बताया कि इस मंदिर में एक व्यक्ति आए थे उनकी बेटी की शादी नहीं हो पा रही थी. उन्होंने नीम के पेड़ पर पहली बार एक धागा बांधा था और मन्नत मांगी थी कि उनकी बेटी की शादी हो जाएगी तो वह इस मंदिर में आएंगे और प्रसाद चढ़ाएंगे और उस धागे को खोल देंगे. ऐसा करने के करीब 6 महीने बाद वह यहां आए और उन्होंने बताया कि उनकी बेटी की शादी हो चुकी है और जब यहां मन्नत मांगी थी उसके बाद ही रिश्ता तय हुआ था. तब से लोगों का विश्वास बढ़ गया और अब लोग खास तौर पर नवरात्रि में आकर धागा बांधते.  उन्होंने बताया कि ऐसा पेड़ आपको कहीं देखने के लिए नहीं मिलेगा जो मंदिर के अंदर से निकला है और इसकी डाली दूर-दूर तक गई है. झांसी, इंदौर और प्रयागराज समेत दूर-दूर से लोग आते हैं. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को यहां पर भजन कीर्तन भी होता है.

ऐसे पहुंचें यहां
यह मंदिर लखनऊ के ठाकुरगंज में स्थित है. इस मंदिर के खुलने का समय सुबह 5:00 बजे है और दोपहर में 12:00 यह मंदिर बंद हो जाता है, फिर 4:00 बजे खुलता है और रात में 9:30 बजे बंद होता है. 8:30 बजे यहां आरती होती है.