लोकसभा चुनाव के दौरान एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे लुधियाना से भाजपा के उम्मीदवार रवनीत बिट्टू व पंजाब कांग्रेस के प्रधान राजा वडिंग की स्टेज समारोहों या टीवी इंटरव्यू से शुरू हुई लड़ाई ट्विटर पर पहुंच गई है।

यह मामला बिट्टू के दादा पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह व गांधी परिवार की फोटो से जुड़ा हुआ है, जिसकी शुरूआत राजा वडिंग द्वारा बिट्टू की तरफ से कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा के पोस्टर पर बेअंत सिंह की फोटो लगाने के विरोध से की गई थी, जिसे लेकर बिट्टू ने कांग्रेस पर उनके दादा की शहादत को सम्मान न देने का आरोप लगाते हुए यह साफ किया था कि बेअंत सिंह द्वारा कांग्रेस पार्टी के लिए नहीं बल्कि देश के लिए बलिदान दिया गया था। यह मुद्दा कुछ दिनों तक शांत रहने के बाद अब राजा वडिंग के लुधियाना से कांग्रेस के उम्मीदवार बनने के बाद एक बार फिर गरमा गया है, जिसके तहत राजा वडिंग ने ट्विटर पर बिट्टू द्वारा नामांकन दाखिल करने के लिए जारी किए गए पोस्टर पर बेअंत सिंह की फोटो न होने को लेकर कटाक्ष किया है।

राजा वडिंग ने बिट्टू को राजनीतिक मौकापरस्त बताया है, उन्होंने कहा कि पहले वोट हासिल करने के लिए भाजपा के पोस्टर पर बेअंत सिंह की फोटो लगा दी गई और अब जब लोग बिट्टू को गद्दार कहने लग गए तो पोस्टर से बेअंत सिंह की फोटो गायब हो गई है। इस मामले में बिट्टू ने भी ट्विटर के जरिए ही पलटवार किया है, जिस पोस्ट में उन्होंने राजा वडिंग का पोस्टर शेयर किया है। बिट्टू ने कांग्रेस के पोस्टर से गांधी परिवार की फोटो गायब होने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि या तो राजा वडिंग को ओवर कॉन्फिडेंस है या फिर वह किसी विवाद से बचने के लिए एसा कर रहे हैं। बिट्टू ने यहां तक कि कह दिया है कि राजा वडिंग छोटी उम्र से ही उनके फेसबुक पेज को फॉलो कर रहे हैं, अब उन्हें फाइव स्टार होटल से बाहर निकल कर देखना चाहिए कि भाजपा के चुनाव ऑफिस में लगे होर्डिंग पर बेअंत सिंह की फोटो लगी हुई है। बिट्टू ने राजा वडिंग को लोकसभा चुनाव के नाम पर लुधियाना में 20 दिन की छुट्टी मनाने के साथ ही भाजपा के होर्डिंग में लगी हुई पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो के साथ सेल्फी लेने की सलाह भी दी गई है।