शहर को बदलना है, ताकि वहां रोजगार के अवसर खुलें, युवाओं को अपनी धरोहरों के बारे में जानने को मिले, हमारी धरोहरें हमारी संस्कृति की पहचान बनें, संस्कृति को संजोने और शहर का सौंदर्यीकरण हो, इन सबके लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आगे आए हैं। 28 सिंतबर को महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर भोपाल में सीएम शिवराज ने महाराणा प्रताप लोक की घोषणा कर इसकी आधारशिला रखी। भोपाल के टीटी नगर इलाके में करीब चार एकड़ में ये लोक बनकर तैयार होगा। 
इस मौके पर शिवराज ने कहा, “हमें इतिहास विकृत तरीके से पढ़ाया गया है, अकबर महान हो गए। महाराणा प्रताप की जीवनी भी हमें ठीक ढंग से नहीं पढ़ाई गई। हम इतिहास बदल देंगे, जो सही है, वो आने वाली पीढ़ियों के सामने लाएंगे। अपने हृदय की संपूर्ण श्रद्धा के साथ हमने ‘महाराणा प्रताप लोक’ बनाने का फैसला किया है।” इस लोक में महाराणा प्रताप की एक विशाल प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। गौरतलब है कि इस लोक में महाराणा प्रताप के जीवन की शौर्य गाथाओं से जुड़ी कृतियों को रखा जाएगा। इसका मकसद बहुत साफ है जो देश की संस्कृति को बचाने, रोजगार के अवसर और युवा पीढ़ी को महाराणा प्रताप के बलिदान से जोड़ेगा। 

भाजपा सरकार का शौर्य को नमन

स्मारकों के जरिए शहीदों की गौरव गाथा से युवा पीढ़ी को अवगत कराने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वाहन का मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बढ़-चढ़कर क्रियान्वयन कर रहे हैं। प्रदेश में जननायकों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए कई ऐतिहासिक कार्य किए गए हैं। गोंड रानी कमलापति के नाम पर भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया गया। पातालपानी में इंडियन रॉबिनहुड टंट्या भील (मामा) की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई। गोण्डवाने की रणचण्डी रानी दुर्गावती की शहादत को नमन करने के लिए नर्रईनाला स्थित समाधि स्थल को भव्य रूप दिया जाएगा। चंद्रशेखर आजाद के जन्म स्थल भाबरा (अलीराजपुर) से लाई गई मिट्टी से आजाद की भव्य प्रतिमा का निर्माण कर उसे भोपाल के शौर्य स्मारक में स्थापित किया जाएगा।