चेन्नई| तमिलनाडु पुलिस ने रविवार को नीलगिरि जिले के उधगमंडलम के एक निवासी को मोहम्मद शरीक के साथ उसके संबंधों को लेकर हिरासत में लिया, जो कर्नाटक के मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में हुए विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस उधगमंडलम के सुरेंद्रन से पूछताछ कर रही है और पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उसने शारिक को जानने की बात स्वीकार की है।

सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि शारिक ने सुरेंद्रन के आधार कार्ड का इस्तेमाल कर अपने फोन का सिम कार्ड खरीदा था।

कथित तौर पर एक आईएस मॉड्यूल का सदस्य और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोपित, शारिक सितंबर से लापता था। उसके परिवार ने उसकी तस्वीर के जरिए उसकी पहचान की है। पुलिस ने आईएएनएस को बताया कि शारिक के कॉल डेटा रिकॉर्ड के मुताबिक उसने तमिलनाडु के कुछ नंबरों पर कॉल की थी।

एनआईए ने 23 अक्टूबर को दिवाली की पूर्व संध्या पर एक कार में विस्फोट के बाद पूरे तमिलनाडु में कई छापे मारे, जिसमें 29 वर्षीय जमीशा मुबीन की मौत हो गई थी। छह लोग यूएपीए के आरोपों के तहत न्यायिक हिरासत में हैं और इनमें 14 फरवरी, 1998 के सिलसिलेवार बम धमाकों में शामिल आतंकवादी एसए बाशा का भतीजा शामिल है, 1998 के सिलसिलेवार बम धमाकों में 56 लोगों की जान चली गई थी और 200 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

हालांकि, तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सी. सिलेंद्र बाबू ने मीडियाकर्मियों से कहा कि फिलहाल शारिक और मुबीन के बीच किसी भी संबंध के बारे में कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। इस बीच, तमिलनाडु पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने शनिवार को मंगलुरु ऑटोरिक्शा विस्फोट के सिलसिले में राज्य में जांच के संबंध में कोई भी विवरण देने से इनकार कर दिया।