चंडीगढ़ । पंजाब की मान सरकार तेलंगाना की तर्ज पर एससी/बीसी एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए भलाई योजनाएं शुरू करेगी। जिससे इन वर्गों से संबंधित आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों का जीवन स्तर उपर उठाया जा सके।
पिछले दिनों स्टेट प्रतिनिधि के तौर पर तेलंगाना सूबे का दौरा कर चुके पंजाब के सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मामलों संबंधी मंत्री डा.बलजीत कौर ने बताया कि सूबे के अनुसूचित जाति और पिछड़ीं श्रेणी वर्ग के लोगों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं।
इसी कड़ी में तेलंगाना सूबे का दौरा कर वहां के सीनियर अधिकारी, सचिव और डायरेक्टर के साथ बैठक करके अलग-अलग कल्याण योजनाओं बारे जानकारी हासिल की। उनके साथ सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जी. रमेश कुमार, डायरेक्टर जसप्रीत सिंह के अतिरिक्त विभाग के सीनियर अधिकारियों ने भी दौरा करने वाली टीम में शामिल थे।
डॉ.कौर ने बताया कि तेलंगाना की तरफ से स्टार्ट-अप स्कीम और दलित भाईचारे को बिजनेस जनरेट करवाने के लिए सरकार की तरफ से टी-हब (टेक्नोलोजी हब) बनाया हुआ है। इसमें स्टार्ट-अप के लिए फंडिंग होती है। तेलंगाना के रिहायशी स्कूलों का मॉडल कॉन्सेप्ट 1970 से चल रहा है, जहां रिहायशी स्कूल, डिग्री कॉलेज और अलग-अलग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस चल रहे हैं।
इसी तरह ‘दलित बंधु’ स्कीम अनुसूचित जाति डिवैल्पमैंट विभाग की लैंड-मार्क स्कीम है। इस स्कीम में 10 लाख रुपए प्रति लाभपात्री को लाभ प्रदान किया जाता है जिससे लाभपात्री स्व-आमदन जनरेट करने के योग्य हो सकें। इस दौरान पंजाब सरकार के अधिकारियों की तरफ से यदादरी भुवनागिरी जिले का दौरा करके इस स्कीम का लाभ ले रहे लाभपात्रियों के साथ विचार-विमर्श भी किया गया।
उन्होंने बताया कि तेलंगाना के नौजवानों को हुनर विकास का प्रशिक्षण देने के लिए नौजवानों को नई तकनीकों के द्वारा प्रशिक्षण मुहैया करवाकर तकनीकी माहिर बनाया जा रहा है जिससे जरूरतमंद नौजवान प्रशिक्षण हासिल करके स्व-रोजगार शुरू कर सकें।