भुवनेश्वर । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक की मेजबानी करने के लिए शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को आड़े हाथों लिया। नड्डा ने उन्हें याद दिलाया कि वह कांग्रेस की नेता और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ही थीं, जिन्होंने उन्हें आपातकाल के दौरान महीनों के लिए जेल में डाल दिया था।
नड्डा ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज सभी विपक्षी दल पटना में गलबहियां डाल रहे हैं। ये देखकर आश्चर्य होता है कि कांग्रेस विरोध के साथ अपनी राजनीति को आगे बढ़ाने वाले नेताओं की स्थिति क्या से क्या हो गई है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यही लालू प्रसाद यादव पूरे 22 महीने जेल में रहे। जबकि नीतीश कुमार पूरे 20 महीने जेल की सलाखों के पीछे रहे। राहुल की दादी व कांग्रेस की इंदिरा गांधी ने इन लोगों को जेल में डाला था।

बालासाहेब के बेटे ने ही की दुकान बंद
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि हिन्दुओं की बात करने वाले उनके पिता बालासाहेब ठाकरे कहा करते थे कि वह शिवसेना को कभी कांग्रेस नहीं बनने देंगे और जिस दिन कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़े तो वह अपनी दुकान बंद कर देंगे। आज बालासाहेब ठाकरे सोचते होंगे किसी और ने नहीं, बल्कि उनके बेटे ने ही उनकी दुकान बंद कर दी है।

राजनीति में क्या से क्या हो गया
उन्होंने कहा कि ये परिस्थिति आज हो गई है। ये कैसी राजनीति...आज पटना की धरती में राहुल गांधी का आदर सहित स्वागत करते हुए मैं जब इनकी तस्वीरें देख रहा हूं तो मुझे याद आता है कि राजनीति में क्या से क्या हो गया? कहां से चले थे कहां पहुंच गए?

वोटबैंक की राजनीति का आरोप
नड्डा ने इस अवसर पर परिवारवाद और वोटबैंक की राजनीति का आरोप लगाया। साथ ही दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश में विकासवाद और रिपोर्ट कार्ड की राजनीति की एक नई संस्कृति आरंभ की है। विपक्षी नेताओं की ओर से प्रधानमंत्री को निशाना बनाए जाने पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जब दुनिया में प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा होती है, तो यहां कांग्रेसी नेताओं के पेट में मरोड़ उठते हैं। उनको पसंद नहीं आता कि दुनिया में मोदी की प्रशंसा हो रही है।