इस्लामाबाद| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कसम खाई है कि 'चाहे जो हो जाए', वह पद नहीं छोड़ेंगे और नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ संयुक्त विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान ने गुरुवार शाम राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "इस रविवार (3 अप्रैल) को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा, जब यह तय होगा कि यह देश किस दिशा में जाएगा।"

उन्होंने कहा, "मैं इस्तीफा नहीं दूंगा और आखिरी गेंद तक लड़ूंगा।"

प्रधानमंत्री ने अविश्वास प्रस्ताव को उनकी सरकार के खिलाफ 'विदेश समर्थित साजिश' बताते हुए कहा कि देश उन सांसदों को माफ नहीं करेगा जो संसद के निचले सदन में उनके खिलाफ मतदान करेंगे।

खान ने सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा, "लोगों को उन लोगों (सांसदों) को देखना चाहिए जो रविवार को 'अपनी अंतरात्मा बेच देंगे'।"

उन्होंने कहा, "मैं इस साजिश को कभी कामयाब नहीं होने दूंगा, चाहे कुछ भी हो जाए।"

मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के विपक्ष से हाथ मिलाने के बाद नेशनल असेंबली में बहुमत गंवाने वाले प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर 'विदेशी वित्त पोषित' साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया है।

अपने दावे की पुष्टि करने के लिए खान एक विदेशी शक्ति द्वारा भेजे गए एक कथित पत्र का भी उपयोग कर रहे हैं, जिसमें पाकिस्तान को अविश्वास प्रस्ताव विफल होने पर 'गंभीर परिणाम' की चेतावनी दी गई है।