नई दिल्ली । भारत और रूस दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो गए हैं। दोनों देशों के रिश्ते हमेशा से मजबूत रहे हैं। इस मौके पर भारत में मौजूद रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने रूसी संस्कृति उत्सव के उद्घाटन के दौरान कहा कि आज रात हम रूस और भारत के पारस्परिक सांस्कृतिक उत्सवों की अद्भुत परंपरा को फिर से शुरू करने जा रहे हैं, क्योंकि कोरोना महामारी के कारण इस पर विराम लग गया था। 
उन्होंने रूस-भारत के संबंधों पर लोकप्रिय कहावत कही, दोस्ती से ज्यादा कुछ भी नहीं होता। रूस-भारत रणनीतिक साझेदारी के भरोसेमंद और मैत्रीपूर्ण चरित्र दुनिया भर के देशों के लिए एक सटीक उदाहरण है। रूसी संस्कृति महोत्सव आज नई दिल्ली में शुरू हुआ। यह महोत्सव 29 नवंबर 2022 तक नई दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में चलेगा। भारत में उत्सव की शुरुआत एन्सेम्बल लेजिंका के प्रदर्शन के साथ हुई, जिसने रूस की अनूठी लोक कला का प्रदर्शन किया। 
उत्सव में हिंदी में एक लोकप्रिय कहावत पर प्रकाश डालते हुए राजदूत ने कहा कि दोस्ती से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है और उत्सव का मिशन लोगों से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाना है। इस साल हम भारत में तीन बहुत ही प्रमुख, प्रसिद्ध समूह और नृत्य और गीत समूह लेकर आए हैं और इस विशेष वर्ष का त्योहार बहुत ही रंगीन होगा।
उद्घाटन के दौरान रूसी राजदूत ने यह भी उम्मीद जताई कि भारतीय जनता रूस के स्वाद और संस्कृति से प्रभावित होगी। बता दें कि यह उत्सव रूसी संस्कृति मंत्रालय और भारत के विदेश मंत्रालय के तहत सांस्कृतिक संबंधों के लिए भारत परिषद के सहयोग से संस्कृति के संघीय राज्य बजटीय संस्थान रासकन्सर्ट द्वारा लाया गया है।