भारत बायोटेक की बनाई गई कोवैक्सिन को लेकर अच्छी खबर है। अमेरिका की फार्मा कंपनी ओक्यूजेन कोवैक्सिन के व्यावसायिक उत्पादन की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कोवैक्सिन के आपात इस्तेमाल और सप्लाई की मंजूरी लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंजूरी मिलने के बाद ओक्यूजेन पहले साल ही हमारी वैक्सीन के 10 करोड़ डोज बनाना चाहती है। यह भारतीय कंपनी के लिए बड़ी कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है, क्योंकि अमेरिका अपने नागरिकों को अभी फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन लगा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोवैक्सिन को रखना बहुत आसान है और यह काफी सस्ती है। ऐसे में इसके जरिए अमेरिका में वैक्सीनेशन की डिमांड पूरी की जा सकेगी, वहीं इससे अमेरिका में रोजगार भी पैदा हो सकेंगे।

ओक्यूजेन के CEO और सह-संस्थापक डॉ. शंकर मुसुनुरी ने कहा, ‘आने वाले महीनों में कोवैक्सिन को अमेरिकी बाजार में उतारने की योजना है। भारत बायोटेक का स्थापना के समय से ही शानदार रिकॉर्ड रहा है। उसके नाम 140 वैश्विक पेटेंट हैं। वह 16 से ज्यादा वैक्सीन बनाता है। कोवैक्सिन का 116 देशों में रजिस्ट्रेशन है और इसे WHO से मंजूरी भी मिली हुई है। FDA से मंजूरी मिलते ही हम अमेरिका में भारत बायोटेक के साथ कोवैक्सिन बनाने की टेक्नोलॉजी का हस्तांतरण करेंगे।' अमेरिका में वर्तमान में उपलब्ध बाकी वैक्सीन की तुलना में कोवैक्सिन सस्ती हैं।