लखनऊ । कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक साथ मंच साझा करेंगे। पटना में आयो‎जित ‎विपक्ष की बैठक में ये दोनों नेता 2024 के लोकसभा चुनावों के ‎लिए रणनी‎ति भी बनाएंगे। गौरतलब है ‎कि अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनावों में विपक्षी एकता बनाने के मद्देनजर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों के नेताओं को शुक्रवार को पटना में आमंत्रित किया है। छह साल बाद यह पहला मौका होगा जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक साथ होंगे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मुलाकात के नए सियासी समीकरण भी उत्तर प्रदेश में देखने को मिलेंगे दोनों नेताओं ने साल 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में मंच साझा किया था। हालांकि तब गठबंधन में अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी और दोनों दलों में दूरियां बन गई थीं। ऐसे में माना जा रहा है कि लोकसभा चुनावों में वह प्रदेश में गठबंधन के साथ ही उतरेगी। हालांकि वह किस दल के साथ गठबंधन करेगी, इसपर फैसला होना बाकी है। वहीं, दोनों प्रमुख विपक्षी दल, सपा और बसपा का रुख फिलहाल कांग्रेस को लेकर काफी अच्छा भी नहीं है। अब सपा के रुख में कांग्रेस को लेकर कुछ नरमी आएगी।
हालां‎कि कांग्रेस के भीतर एक धड़ा सपा के साथ ही गठबंधन करके लोकसभा चुनावों में जाने का पक्षधर है। साल 2017 में सपा यूपी की सत्ता से बाहर तो हुई, लेकिन वह ही यहां की मुख्य विपक्षी पार्टी रही थी। इसके अलावा साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों में सपा पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन करके अपनी विपक्षी भूमिका को ज्यादा मजबूत बनाने में कामयाब रही थी। वहीं, सपा फिलहाल आरएलडी को ही साथ में लेकर लोकसभा चुनाव में जाने की तैयारी में जुटी है। हालांकि जानकारों का मानना है कि पटना में मुलाकात के बाद शायद यूपी में नए राजनीतिक समीकरण बनना शुरू होंगे।