भोपाल । असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाने वाला विजयादशमी पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। कभी शहर में एक ही स्थान, छोला पर रावण का दहन होता था, लेकिन इस बार शहर के दो दर्जन से अधिक बड़े मैदानों में रावण दहन का आयोजन किया जाएगा। यहां 51 फीट से लेकर 61 फीट तक रावण के पुतले का दहन होगा। शहर में ही करीब 250 जगह गली, मोहल्ले व कॉलोनियों में रावण दहन के लिए सडक़ किनारे चार फीट से लेकर 15 फीट तक के रावण बनकर बिक्री के लिए खड़े हैं।
कारीगर सुरेश साहू बताते हैं कि इसके निर्माण की लागत 30 फीसदी तक बढ़ चुकी है। बाजार में 110 रुपए का आसाम का बांस 190 रुपए हो गया है। 500 रुपए से 50 हजार रुपए तक का रावण बिक्री के लिए रखा है। इनकी ऊंचाई चार फीट से लेकर 50 फीट तक है। 50 फीट का जो रावण पहले 25 हजार का था, वह आज 35 से 40 हजार रुपए तक पहुंच गया है।
इस वर्ष विजयादशमी पर तीन बेहद खास और दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। ये तीनों शुभ योग रवि, सुकर्मा और धृति हैं, जो इस दिन को महत्वशाली बना रहे हैं। इस योग में पूजा पाठ करने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ेगी और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होगा। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध कर असत्य पर सत्य को विजय दिलाई थी, इसलिए त्रेताकाल से आज तक इस दिन को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है।