भोपाल । केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा की प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुए थे। उन्होंने हर मुद्दे पर सुझाव दिया। उन्होंने यह कहा कि हारी हुई सीटों पर अभी से टिकट और प्रत्याशियों के नाम तय कर देने चाहिए। जिससे प्रत्याशियों को काम करने के लिए पर्याप्त समय मिले। उम्मीदवार के अनुसार प्रशासनिक जमावट भी कर दी जानी चाहिए। इससे पार्टी को लाभ होगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस सुझाव पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कोई जवाब नहीं दिया। बाद में चर्चा के दौरान लिए कहा गया,कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में अभी-अभी आए हैं। टिकटों की चर्चा तब शुरू होती है। जब केंद्रीय नेतृत्व से संकेत मिलते हैं। अभी इस संबंध में कैसे प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी निर्णय ले सकती है।
 ज्योतिरादित्य सिंधिया, 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 121 सीटों पर पराजित हुई थी। 22 सीटों पर 5000 से कम वोटों से भाजपा हारी थी। इसीलिए सिंधिया चाहते थे, कि इन सीटों पर कम से कम  3 माह पहले प्रत्याशी घोषित कर दिया जाए। उस के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की जाए। सही बात भी है,कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी के रंग ठंग अभी सीखने पड़ेंगे।