नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 'नो मनी फॉर टेरर' मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए, मोदी ने कहा कि कुछ देश अपनी विदेश नीति के तहत आतंकवादियों का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, वे उन्हें राजनीतिक, वैचारिक और वित्तीय समर्थन की पेशकश करते हैं।

पीएम ने बिना नाम लिए पाकिस्तान और चीन पर हमला बोला। मोदी ने 78 देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वैश्विक आतंकवाद को समाप्त करने के लिए दुनिया को आज आतंकवाद के सभी रूपों में परोक्ष और प्रत्यक्ष समर्थन के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।

पीएम ने 'प्रॉक्सी' युद्धों के खतरनाक होने पर जोर दिया और कहा कि आतंकवादियों से सहानुभूति रखने वाले संगठनों और लोगों को अलग-थलग करने की जरूरत है। उन्होंने कहा,सभी आतंकवादी हमले समान आक्रोश और कार्रवाई के पात्र हैं।

मोदी ने कहा, हमारे देश ने आतंकवाद को गंभीरता से लेने से बहुत पहले ही आतंकवाद का काला चेहरा देख लिया था।

उन्होंने कहा कि भारत ने हजारों कीमती जानें गंवाईं, लेकिन आतंकवाद का बहादुरी से मुकाबला किया।

पीएम ने कहा कि, 'हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक आतंकवाद को जड़ से उखाड़ा नहीं जाता।'

सम्मेलन में कई देशों और बहुपक्षीय संगठनों के प्रतिनिधि आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।