कीव । रूस के करीब 2 लाख सैनिकों से चौतरफा घिरे यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से नई सुरक्षा गारंटी मांगी है। जेलेंस्‍की ने कहा वह चाहते हैं कि 'लगभग टूट चुके' वैश्विक सुरक्षा ढांचे को ठीक करने के लिए नई सुरक्षा गारंटी दी जाए। राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की ने पश्चिमी देशों से मांग की है कि वे यूक्रेन के पूर्वी इलाके में खराब होते हालात के बीच रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाएं। म्‍यूनिख सुरक्षा सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा वह चाहते हैं कि संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के स्‍थाई सदस्‍यों की बैठक बुलाई जाए। इसमें रूस, जर्मनी और तुर्की को शामिल किया जाए ताकि यूक्रेन को नई सुरक्षा गारंटी दी जा सके। 
उन्‍होंने रूस को खुश करने की नीति की कड़ी आलोचना की जिसने को शनिवार को मिसाइलों की बारिश का अभ्‍यास करके अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। जेलेंस्की ने कहा पिछले 8 साल से यूक्रेन दुनिया की सबसे खतरनाक सेना में से एक का सामना कर रहा है। यूक्रेन के पूर्वी इलाके में रूस समर्थक विद्रोहियों के गोलाबारी के बाद भी यूक्रेन के राष्‍ट्रपति म्‍यूनिख पहुंचे थे जिसमें दो सैनिकों की अब तक मौत हो गई है। उन्‍होंने मांग की कि यूक्रेन को नाटो में शामिल करने पर एक स्‍पष्‍ट और सुसंगत समयसीमा बनाने की मांग की। रूस यूक्रेन को नाटो में शामिल किए जाने का कड़ा विरोध कर रहा है और पुतिन ऐसा होने पर युद्ध की धमकी दे चुके हैं। हालांकि जेलेंस्की ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बैठक करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव भी दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा मैं नहीं जानता कि रूस के राष्ट्रपति क्या चाहते हैं। इसलिए, मैं उन्हें मुलाकात का प्रस्ताव देता हूं। 
जेलेंस्की ने कहा रूस बातचीत के लिए स्थान का चयन कर सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए यूक्रेन केवल कूटनीति के रास्ते पर चलता रहेगा। जेलेंस्की के इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस बीच पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और इसकी आड़ में रूस के आक्रमण करने को लेकर पश्चिमी देशों की आशंका के बीच शनिवार को पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया। दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थक अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया। अगले कुछ दिनों में युद्ध की आशंका के बीच जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। जर्मन एयर कैरियर लुफ्थांसा ने राजधानी, कीव और ओडेसा के लिए उड़ानें रद्द कर दीं हैं। लुहांस्क में एक अन्य अलगाववादी नेता लियोनिद पेसेचनिक ने भी ऐसी ही घोषणा की है। 
पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष वाले मोर्चे के दौरे के दौरान यूक्रेन के शीर्ष सैन्य अधिकारी वहां हुई गोलाबारी की चपेट में आ गए। अधिकारियों ने गोलाबारी से बचने के लिए क्षेत्र में बनाए गए बमरोधी आश्रय स्थल में शरण ली। यूक्रेन और रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले दो क्षेत्रों ने एक-दूसरे पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। रूस ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन की सरकार के कब्जे वाले हिस्से से दागे गए कम से कम दो गोले सीमा पार गिरे। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने दावे को ‘एक फर्जी बयान’ बताते हुए खारिज कर दिया।