बारिश के मौसम में नमी के कारण इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर पैरों में इसके होने के चांस ज्यादा होते हैं क्योंकि पैर सबसे ज्यादा गीले होते हैं। ज्यादा देर तक जब पैर गंदे पानी में रहते हैं तो फंगल संक्रमण होने का खतरा बढ़ा जाता है। हालांकि अगर पैरों का सही तरह से ख्याल रखा जाए तो इससे बचा जा सकता है। बारिश के मौसम में पैरों का ख्याल कैसे रखें।  

1) नेल्स को हमेशा रखें शॉर्ट- हाथ और पैरों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए लंबे नाखून काफी अच्छे लगते हैं, लेकिन मानसून में इसकी वजह से कई तरह की परेशानी हो सकती है। इस मौसम में लंबे नेल्स रखने से बचें। क्योंकि लंबे नेल्स गंदगी और बैक्टीरिया को आकर्षित करते हैं। उन्हें छोटा और साफ रखने की कोशिश करें।

2) पेडिक्योर करवाने से बचें- मानसून के दौरान पेडीक्योर या स्पा के लिए जाने से बचना चाहिए। अगर आप चाहें तो इसे हफ्ते में एक बार घर पर ही करने की कोशिश करें। लंबे समय तक पानी के संपर्क में आने से बचें क्योंकि इससे नमी पैदा होगी और फंगल इंफेक्शन हो सकता है। मानसून के मौसम में फिश पेडीक्योर भूलकर भी न करवाएं। अगर बाहर से पेडिक्योर करवा रहे हैं तो चेक करें की सभी टूल्स साफ हों।

3) फंगल पाउडर का करें इस्तेमाल- जब आप घर में हों या फिर बाहर जाने से पहले अपनी एड़ी के आसपास और अपने पैर की उंगलियों के बीच की जगह पर भी एंटिफंगल पाउडर लगाएं। इससे आपके पैर सूखे रहेंगे और आप बैक्टीरिया से बचेंगे। इस मौसम में पैरों पर क्रीम लगाने से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह नमी पैदा करता है, जिससे फंगल इंफेक्शन हो जाता है।

4) घाव को खुला रखने से बचें- मानसून के मौसम में घाव को खुला रखना भी खतरनाक साबित हो सकता है। ध्यान रखें कि मानसून के दौरान आपके पैरों पर कोई घाव खुला न रहे, उन्हें ढकने के लिए सावधानी बरतें। 

5) सही फुटवियर का करें चुनाव- बंद जूते, सैंडल, जैसे फुटवियर को पहनने से बचें। इस मौसम में कम्फर्ट के मुताबिक फुटवियर को चुनें। मानसून के दौरान फ्लोटर्स, फ्लिप फ्लॉप, प्लास्टिक या रबर सैंडल पहनना काफी फीट फ्रेंडली हो सकता है। यह न केवल आपके पैरों को सूखा रखता है, बल्कि फंगल संक्रमण से भी बचाता है।