अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ टॉस जीतकर बैटिंग का फैसला किया है। दूसरे ओवर तक टीम का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 4 रन है। जॉर्ज थॉमस और टॉम प्रेस्ट क्रीज पर मौजूद हैं। दोनों टीमों ने प्लेइंग-XI में कोई बदलाव नहीं किया है।

टॉस जीतकर पहले खेलते हुए ENG की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में रवि कुमार ने जैकब बेथेल (2) को LBW आउट किया।

टीम इंडिया खिताब जीतने के लिए फेवरेट

टीम इंडिया अब तक चार बार खिताब जीत चुकी है। भारत अंडर-19 वर्ल्ड कप इतिहास की सबसे कामयाब टीम है। टीम इंडिया वर्ल्ड कप में जिस अंदाज में खेल रही है ऐसे में टीम का पांचवी बार वर्ल्ड कप जीतना कोई मुश्किल नहीं लग रहा।

दूसरी ओर इंग्लैंड भी कमाल की फॉर्म में है और दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है। इंग्लैंड 1998 की चैंपियन है। यह मैच सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम एटिंगा में खेला जा रहा है।

दोनों टीमें-
 

IND: अंगक्रिश रघुवंशी, हरनूर सिंह, शेख रशीद, यश धुल (कप्तान), निशांत सिंधु, राज बावा, कौशल तांबे, दिनेश बाना (विकेटकीपर), राजवर्धन हंगरगेकर, विक्की ओस्तवाल, रवि कुमार।

ENG: जॉर्ज थॉमस, जैकब बेथेल, टॉम प्रेस्ट (कप्तान), जेम्स रेव, विलियम लक्सटन, जॉर्ज बेल, रेहान अहमद, एलेक्स हॉर्टन (विकेटकीपर), जेम्स सेल्स, थॉमस एस्पिनवाल, जोशुआ बॉयडेन।

भारत का पलड़ा है भारी

अब तक भारत और इंग्लैंड के बीच अंडर-19 स्तर पर 49 मैच खेले गए हैं। टीम इंडिया ने 37 मुकाबले अपने नाम किए हैं। वहीं, इंग्लैंड की टीम ने 11 मैच जीते हैं। दोनों टीमों के बीच एक मुकाबला टाई रहा है। अंडर-19 वर्ल्ड कप की बात करें तो भारत और इंग्लैंड 8 मुकाबले में एक दूसरे के खिलाफ भिड़े हैं और इनमें 6 मैच भारतीय टीम ने अपने नाम किया है। वहीं, 2 मुकाबले इंग्लैंड ने जीते हैं।

भारत के नाम अंडर-19 विश्व कप में सबसे ज्यादा बार फाइनल में पहुंचने का रिकॉर्ड है। टीम इंडिया 2000, 2006, 2008, 2012, 2016, 2018, 2020 और 2022 के फाइनल में पहुंची है। भारत ने 2000, 2008, 2012 और 2018 में विश्व कप जीता था और 2006, 2016 और 2020 में रनर-अप रहा था।

कोरोना से लड़ने के बावजूद भारतीय टीम ने किया कमाल का प्रदर्शन

इस बार टीम इंडिया के कप्तान यश धुल और उपकप्तान शेख रशीद वर्ल्ड कप के दौरान ही कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में कप्तान ने शानदार शतक जड़ा। वहीं, उपकप्तान रशीद ने भी 95 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। इन दोनों की पारियों के दम पर ही टीम इंडिया को जीत मिली।

सलामी बल्लेबाजों से उम्मीद

सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज अंगकृिश रघुवंशी और हरनूर सिंह सेमीफाइनल में चल नहीं सके थे। ऐसे में फाइनल में दोनों खिलाड़ियों से ज्यादा उम्मीद होगी। दोनों के बाद टीम इंडिया के कप्तान यश धुल और रशीद ने जिस तरह से पारी को संभाला वो कमाल था। ऐसी ही परिपक्वता टीम इंडिया उनसे फाइनल में देखना चाहेगी।

गेंदबाजों ने भी किया है प्रभावित

वर्ल्ड कप के दौरान बल्लेबाजों के साथ-साथ गेंदबाजों ने भी प्रभावित किया है। राजवर्धन हंगरगेकर और रवि कुमार ने विरोधी टीमों के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है, तो विक्की ओस्तवाल ने अपनी स्पिन गेंदबाजी से उनका साथ निभाया। ओस्तवाल अब तक 10 .75 की शानदार औसत से 12 विकेट ले चुके हैं।