नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से जुड़े केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर फैसला संसद के आगामी मानसून सत्र के शुरू होने से पहले होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शायद यह पता होगा कि अध्यादेश का विरोध या समर्थन संसद के बाहर नहीं, संसद के भीतर किया जाता है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने यह टिप्पणी उस समय में की, जब आम आदमी पार्टी (आप) के सूत्रों ने कहा था कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ उस समर्थन देने का वादा नहीं किया, तब ‘आप’ विपक्षी दलों की शुक्रवार को पटना में होने वाली बैठक से बाहर होगी।
आप के रुख के बारे में खरगे ने कहा, शायद वह (केजरीवाल) खुद जानते हैं कि अध्यादेश का समर्थन या विरोध बाहर नहीं होता, यह सब सदन के अंदर होता है। संसद सत्र शुरू होने से पहले सारी पार्टियां मिलकर एजेंडा तय करती हैं, यह उन्हें मालूम होगा। 18-20 पार्टियों की बैठक होती है, जिसमें हर पार्टी के नेता शामिल होते हैं।