वॉशिंगटन । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित घर पर एफबीआई ने 8 अगस्त को कई सीक्रेट दस्तावेजों की खोज के लिए छापेमारी की थी। अब एक मीडिया रिपोर्ट में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान एफबीआई को एक विदेशी सरकार की परमाणु क्षमताओं सहित सैन्य सुरक्षा की जानकारी वाला एक दस्तावेज मिला था। एक मीडिया रिपोर्ट ने इस मामले से जुड़े लोगों का हवाला देते हुए कहा कि दस्तावेज किस सरकार से जुड़े हैं इस बात की पहचान नहीं हो सकी है।
यह भी नहीं बताया गया है कि ये दस्तावेज जिस देश का है, उसके अमेरिका से संबंध मित्रतापूर्ण हैं या शत्रुतापूर्ण। ट्रंप और न्याय विभाग ने तुरंत इस मामले पर कोई जवाब नहीं दिया है। अदालत के रेकॉर्ड के मुताबिक एफबीआई ने 8 अगस्त को फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में छापेमारी की थी, जिसमें 11,000 से ज्यादा सरकारी दस्तावेज मिले थे। मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि सीज किए गए दस्तावेज में से कई टॉप सीक्रेट अमेरिकी ऑपरेशन से जुड़े हैं, जिसके लिए टॉप सीक्रेट क्लियरेंस के अलावा भी क्लियरेंस चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ दस्तावेज इतने सीक्रेट हैं कि बाइडेन प्रशासन के कुछ वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों को भी उन्हें देखने की इजाजत नहीं है।
अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हैन्स ने पिछले महीने के अंत में कहा कि वह मार-ए-लागो की छापेमारी के दौरान जब्त किए गए डॉक्युमेंट का क्लासिफिकेशन रिव्यू करेंगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि एक इंटेलीजेंस कम्युनिटी इन दस्तावेजों के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा पर संभावित जोखिम का आकलन करेगी। अमेरिका का न्याय विभाग ट्रंप के ह्वाइट हाउस छोड़ने के बाद सरकारी दस्तावेजों को अपने साथ ले जाने और उन्हें फ्लोरिडा में रखने को लेकर जांच कर रहा है। ट्रंप और उनके सहयोगियो ने इन दस्तावेजों के जरिए किसी भी गलत काम को लेकर इनकार किया है। डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े लोग दावा करते रहे हैं कि राष्ट्रपति रहने के दौरान ही ट्रंप ने इन दस्तावेजों को डिक्लासिफाइड कर दिया था। सोमवार को रेकॉर्ड की समीक्षा के लिए एक विशेष मास्टर नियुक्त करने के ट्रंप के अनुरोध की अदालत ने इजाजत दे दी।