भारत में बीते साल वेंचर कैपिटल VC इन्वेस्टमेंट रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया। 2021 में भारत में 2.57 लाख करोड़ रुपए का VC इन्वेस्टमेंट हुआ। दिसंबर तिमाही के दौरान पूरे एशिया-प्रशांत की 10 बड़ी VC डील में दो भारत में हुई हैं। चौथी तिमाही में सबसे ज्यादा VC इन्वेस्टमेंट फिनटेक सेक्टर में हुआ। हेल्थकेयर, बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) सर्विसेज और डायरेक्ट टू कंज्यूमर प्लेटफॉर्म्स इस मामले में दूसरे, तीसरे और चौथे पायदान पर रहे।VC इन्वेस्टमेंट का ही नतीजा रहा कि 2021 के दौरान देश में 44 स्टार्टअप्स को यूनिकॉर्न का दर्जा मिला। इस साल के हालात 2021 से भी बेहतर हो सकते हैं। दिसंबर 2022 तक कम से कम 50 नए स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न बन सकते हैं।

वेंचर कैपिटल फाइनेंसिंग का एक प्रकार है। इनमें इन्वेस्टर ऐसी स्टार्टअप कंपनियों और छोटे कारोबारों को फंड उपलब्ध कराते हैं, जिनमें लॉन्ग टर्म ग्रोथ की संभावना हो। वेंचर कैपिटल आमतौर पर इन्वेस्टमेंट बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों से मिलता है।‘देश का आर्थिक परिदृश्य बहुत अच्छा है। यहां का शेयर बाजार लंबे समय से उछाल पर है। ऐसे में निवेशकों को इत्मिनान है कि वे जब चाहें, अच्छे मुनाफे पर अपना निवेश भुना (एक्जिट) सकते हैं। इन्हीं कारणों से भारत में VC इन्वेस्टमेंट बढ़ रहा है।’

2022 में भी कमोबेश ऐसे ही हालात रहेंगे। बीती तिमाही पूरी दुनिया में हुए वीसी इन्वेस्टमेंट का करीब आधा हिस्सा अमेरिका गया। हालांकि एशिया में यूरोप के मुकाबले डेढ़ गुना से ज्यादा वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट हुआ। भारत में बीते दो साल के दौरान मजबूत VC इकोसिस्टम बना है। यहां इस सेगमेंट में बहुत कुछ हो रहा है। आप देख सकते हैं कि कंपनियां वास्तव में तरक्की कर रही हैं। इस लिहाज से VC फंड्स के लिए भारत आकर्षक बाजार बन गया है। इसीलिए यहां निवेश बढ़ रहा है।