नई दिल्ली । सात मार्च को सातवें चरण के मतदान के साथ ही प्रदेश में चुनाव का शोर और मतदान की प्रक्रिया पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इस चरण में विकास, धर्मस्थलों का विकास, एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख मुद्दे जनता के बीच हैं। फिर से सरकार बनाने की जद्दोजहद में लगी भाजपा के पास इस चरण में अपने धार्मिक एजेंडे को जनता के बीच परोसने का यह मौका भी है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के जीर्णोधार का पूरा श्रेय लेने के साथ ही मां विंध्यवासिनी धाम के सुंदरीकरण के लिए चल रहे काम की गूंज इस चरण में जनता के बीच दिखाई दे तो हैरत नहीं। सात मार्च को सातवें चरण के मतदान के साथ ही प्रदेश में चुनाव का शोर और मतदान की प्रक्रिया पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इस चरण में विकास, धर्मस्थलों का विकास, एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख मुद्दे जनता के बीच हैं। फिर से सरकार बनाने की जद्दोजहद में लगी भाजपा के पास इस चरण में अपने धार्मिक एजेंडे को जनता के बीच परोसने का यह मौका भी है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के जीर्णोधार का पूरा श्रेय लेने के साथ ही मां विंध्यवासिनी धाम के सुंदरीकरण के लिए चल रहे काम की गूंज इस चरण में जनता के बीच दिखाई दे तो हैरत नहीं। मिर्जापुर में स्थित शक्तिपीठ विंध्यवासिनी धाम कारीडोर के विकास की नींव अगस्त 2021 में रखी गई थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधि विधान से मंत्रोच्चार के बीच कारीडोर के विकास की नींव रखी थी। कारीडोर के विकास के तहत मंदिर के आसपास के मकानों को अधिग्रहित कर सरकार ने उन्हें तोड़कर रास्तों को चौड़ा करने का मार्ग सुलभ किया। विंध्यधाम कारीडोर के विकास का काम अभी चल रहा है। कारीडोर के निर्माण का कार्य पूरा होने पर मंदिर के उत्तर दिशा में प्रवाहित गंगा नदी का दर्शन श्रद्धालु मंदिर परिसर से कर सकेंगे। इस प्रोजेक्ट को अमित शाह और योगी आदित्यनाथ दोनों का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है।